क्या बांग्लादेश में पत्रकारों पर हमला होना जारी रहेगा?

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क्या बांग्लादेश में पत्रकारों पर हमला होना जारी रहेगा?

सारांश

बांग्लादेश में पत्रकारों के खिलाफ बढ़ती हिंसा की घटनाएँ चिंताजनक हैं। हाल ही में, बीएनपी कार्यकर्ताओं ने एक रिपोर्टर पर हमला किया, जो पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर सवाल उठाता है। क्या इस तरह की घटनाएँ और बढ़ेंगी?

Key Takeaways

  • पत्रकारों की सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है।
  • राजनीतिक दलों को पत्रकारों का सम्मान करना चाहिए।
  • दुनिया भर में प्रेस स्वतंत्रता की रक्षा जरूरी है।

ढाका, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में पत्रकारों को निशाना बनाने की घटनाएँ निरंतर बढ़ती जा रही हैं। हालिया घटना में, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के कार्यकर्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष खालिदा जिया के ढाका स्थित गुलशन कार्यालय में एक स्थानीय मीडिया रिपोर्टर पर हमला किया।

डेली न्यूजपेपर 'डेली अमर देश' के रिपोर्टर जाहिदुल इस्लाम पर रविवार दोपहर उस समय हमला हुआ जब वे कार्यालय के अंदर काम कर रहे थे। उस समय सिलहट संभाग से पार्टी के उम्मीदवारों के बीच झगड़ा हो गया था।

बांग्लादेश के द डेली स्टार ने जाहिदुल के हवाले से कहा, "मैं सुबह से ही बीएनपी अध्यक्ष के गुलशन कार्यालय में था, समाचार इकट्ठा कर रहा था और नामांकन चाहने वालों से चर्चा कर रहा था। शाम करीब 4:30 बजे, नामांकन चाहने वालों के बीच झगड़ा और हाथापाई शुरू हो गई।"

उन्होंने आगे कहा, "जब मैंने अपने फोन से घटना की फुटेज लेने की कोशिश की, तो तीन-चार लोगों ने मुझे एक कमरे में खींच लिया और मेरी पिटाई की। उन्होंने मेरा फोन तोड़ दिया। जब मैंने अपना प्रेस आईडी कार्ड दिखाया, तो उन्होंने उसे जब्त कर लिया और मुझे बाहर निकाल दिया।"

जाहिदुल ने आरोप लगाया कि हमलावरों में से एक मोहम्मद फैसल था, जो कार्यालय का एक कर्मचारी था। जाहिदुल के अनुसार, फैसल बीएनपी के सोशल मीडिया पेज के लिए कैमरामैन के रूप में काम करता है।

उन्होंने कहा, "फैसल ने मेरा फोन तोड़ दिया और मुझे मारा। फिर अन्य लोगों ने भी मुझे पीटा और मुझे कार्यालय से बाहर मेन रोड पर धकेल दिया।"

रिपोर्टों से पता चलता है कि इस घटना के दौरान कई अन्य स्थानीय पत्रकारों को भी परेशान किया गया। इस घटना से पत्रकारों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने हिंसा, एक पत्रकार के मोबाइल फोन की तोड़फोड़ और उसके पहचान पत्र को जब्त करने की निंदा करते हुए इसे पूरी तरह अस्वीकार्य बताया।

बांग्लादेश के बंगाली दैनिक 'जुगंटोर' ने ढाका मेल के मुख्य संवाददाता बोरहान उद्दीन के हवाले से कहा, "आज गुलशन कार्यालय में मेरे भाइयों पर, जिनमें साथी पत्रकार जाहिदुल भी शामिल हैं, हमला करने और अपमानित करने वाला व्यक्ति फैसल है। मैंने इस आदमी को 5 अगस्त के बाद से नहीं देखा है। वह बहुत प्रभावशाली है। आप पार्टी को प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन पत्रकारों के साथ ऐसा न करें। मुझे उम्मीद थी कि बीएनपी तुरंत उसके खिलाफ मामला दर्ज करेगी और उसकी गिरफ्तारी की व्यवस्था करेगी।"

पिछले हफ़्ते, बांग्लादेशी जर्नलिस्ट्स इन इंटरनेशनल मीडिया (बीजेआईएम) ने देश भर में पत्रकारों पर हुए हालिया हमलों पर चिंता व्यक्त की। इन हमलों में कथित तौर पर स्थानीय गुंडे, चैरिटी संस्थाएं और यहां तक कि देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सदस्य भी शामिल थे।

Point of View

हम पत्रकारों की सुरक्षा और प्रेस स्वतंत्रता के प्रति प्रतिबद्ध हैं। यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि सभी राजनीतिक दल पत्रकारों का सम्मान करें और उनके अधिकारों का उल्लंघन न करें।
NationPress
20/10/2025

Frequently Asked Questions

बांग्लादेश में पत्रकारों पर हमले की मुख्य वजह क्या है?
बांग्लादेश में पत्रकारों पर हमले की मुख्य वजह राजनीतिक विरोधाभास और सत्ता संघर्ष है।
बीएनपी कार्यकर्ताओं का इस हमले में क्या रोल था?
बीएनपी कार्यकर्ता कथित तौर पर मीडिया रिपोर्टर पर हमला करने में शामिल थे, जो पार्टी के कार्यालय में घटनाओं की रिपोर्ट कर रहा था।
क्या सरकार पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है?
सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं, लेकिन पत्रकारों की सुरक्षा अभी भी एक गंभीर चिंता का विषय है।