क्या बांग्लादेश में आगामी चुनाव कार्यवाहक सरकार के अधीन हो सकते हैं?

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क्या बांग्लादेश में आगामी चुनाव कार्यवाहक सरकार के अधीन हो सकते हैं?

सारांश

बांग्लादेश में चुनावी माहौल में राजनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है। जमात-ए-इस्लामी ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बावजूद कार्यवाहक सरकार के अधीन चुनाव को असंभव बताया है। क्या यह राजनीतिक गतिरोध देश के भविष्य को प्रभावित करेगा? जानें इस लेख में।

Key Takeaways

  • बांग्लादेश में राजनीतिक गतिरोध बढ़ रहा है।
  • जमात-ए-इस्लामी ने कार्यवाहक सरकार के अधीन चुनाव को असंभव बताया है।
  • बीएनपी ने अंतरिम सरकार से कार्यवाहक सरकार की तरह कार्य करने का आग्रह किया है।
  • बांग्लादेश में अनिश्चितता और राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ती जा रही है।
  • सुप्रीम कोर्ट का फैसला महत्वपूर्ण होगा।

ढाका, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में अगले वर्ष होने वाले चुनावों के लिए राजनीतिक गतिरोध स्पष्ट रूप से गहराता जा रहा है। कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी जमात-ए-इस्लामी ने मंगलवार को यह स्पष्ट किया कि यदि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय कार्यवाहक सरकार की व्यवस्था को पुनर्स्थापित भी करता है, तो भी उसके अधीन चुनाव कराना संभव नहीं होगा।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जमात के वकील मोहम्मद शिशिर मोनिर ने चुनाव के समय कार्यवाहक सरकार की व्यवस्था को बहाल करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट के अपीलीय खंड में की गई सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की। यह सुनवाई मंगलवार को चौथे दिन भी जारी रही।

बांग्लादेश के प्रमुख दैनिक जुगंटोर ने मोनिर के हवाले से बताया कि संसद भंग होने के 15 दिनों के भीतर कार्यवाहक सरकार बनाने का प्रस्ताव है, जबकि वर्तमान में संसद अस्तित्व में नहीं है। संसद को एक साल से अधिक समय पहले भंग कर दिया गया था। अंतरिम सरकार देश का संचालन कर रही है। इस स्थिति के अतिरिक्त और भी मुद्दे हैं, इसलिए यदि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय कार्यवाहक सरकार की व्यवस्था को पुनर्स्थापित करता है, तो भी आगामी चुनावों का आयोजन संभव नहीं होगा।

पिछले सप्ताह, 2011 के निर्णय को चुनौती देने वाली अपीलों और समीक्षा याचिकाओं पर सुनवाई के तीसरे दिन, जमात के वकील ने सर्वोच्च न्यायालय को बताया कि वर्तमान अंतरिम सरकार के तहत इस प्रणाली को प्रभावी रूप से लागू करना कठिन है, क्योंकि संसद निष्क्रिय है।

उन्होंने आगे कहा कि अपीलीय विभाग द्वारा दिया गया निर्णय कार्यवाहक सरकार प्रणाली के संबंध में जुलाई चार्टर के प्रस्तावों के अनुरूप होना चाहिए।

वहीं, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने हाल ही में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार से 'कार्यवाहक सरकार' की तरह कार्य करने की अपील की है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अगले वर्ष होने वाले चुनाव स्वतंत्र, स्वीकार्य और निष्पक्ष तरीके से सम्पन्न हों।

एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा गया कि आगामी राष्ट्रीय संसदीय चुनाव को सार्थक, निष्पक्ष और सभी के लिए स्वीकार्य बनाने के लिए यह आवश्यक है। अंतरिम सरकार इस संदर्भ में कार्यवाहक सरकार की भूमिका निभा सकती है।

बांग्लादेश में अगले वर्ष होने वाले चुनावों से पहले अनिश्चितता और राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ती जा रही है।

जो पार्टियाँ पहले शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए यूनुस के साथ मिलकर कार्य कर रही थीं, वे अब सुधार प्रस्तावों को लेकर आपस में भिड़ गई हैं।

Point of View

हमें उम्मीद करनी चाहिए कि सभी राजनीतिक दल एकजुट होकर देश के हित में काम करेंगे। यह समय है जब हमें जनहित को प्राथमिकता देनी चाहिए और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को स्थिर रखने की आवश्यकता है।
NationPress
28/10/2025

Frequently Asked Questions

जमात-ए-इस्लामी का चुनावी प्रक्रिया पर क्या कहना है?
जमात-ए-इस्लामी का कहना है कि यदि सुप्रीम कोर्ट कार्यवाहक सरकार की व्यवस्था को बहाल करता है, तो भी चुनाव उसके अधीन नहीं हो सकते।
बांग्लादेश में चुनावी स्थिति क्या है?
बांग्लादेश में राजनीतिक गतिरोध और अनिश्चितता बढ़ रही है, जिससे चुनावों का माहौल प्रभावित हो रहा है।
बीएनपी का क्या कहना है?
बीएनपी ने अंतरिम सरकार से कार्यवाहक सरकार की तरह काम करने की अपील की है ताकि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हो सकें।