क्या बांग्लादेश मलेशिया में आतंकवादी मामले की जांच में सहयोग करेगा?

सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश ने मलेशिया में आतंकवादी गतिविधियों की जांच में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
- गिरफ्तार बांग्लादेशियों की संख्या कई है।
- मलेशिया में सुरक्षा अभियान चल रहा है।
- बांग्लादेशी हाई कमीशन ने प्रवासी नागरिकों को सहायता देने का आश्वासन दिया।
- मलेशिया की सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।
ढाका, ६ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मलेशिया में आतंकवादी गतिविधियों के आरोप में कई बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी के बाद, बांग्लादेश ने स्पष्ट किया है कि वह इस मामले में मलेशियाई अधिकारियों को पूर्ण सहयोग देने के लिए तत्पर है।
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कुआलालंपुर में बांग्लादेश हाई कमीशन ने मलेशियाई अधिकारियों से संपर्क किया है, जिन्होंने पिछले सप्ताह कुछ बांग्लादेशियों की कट्टरपंथी आतंकी आंदोलन में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तारी की जानकारी दी थी।
बयान में यह भी कहा गया, "बांग्लादेश आतंकवाद, हिंसक उग्रवाद और चरमपंथ के सभी रूपों के खिलाफ अपनी कड़ी प्रतिबद्धता व्यक्त करता है और इस मामले में मलेशियाई अधिकारियों को पूर्ण सहयोग देने के लिए तैयार है।"
बांग्लादेश हाई कमीशन आवश्यकतानुसार प्रवासी बांग्लादेशियों को सहायता प्रदान करने का भी आश्वासन देगा।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, गिरफ्तार व्यक्तियों में से पाँच के खिलाफ मलेशियाई अदालतों में औपचारिक आरोप दायर किए गए हैं। अन्य लोगों के खिलाफ जांच जारी है या उन्हें मलेशिया से निकाले जाने की प्रक्रिया में रखा गया है।
मलेशिया के गृह मंत्रालय ने बताया कि यह सुरक्षा अभियान २४ अप्रैल से शुरू होकर तीन चरणों में सेलांगोर और जोहोर राज्यों में चलाया गया।
गृह मंत्रालय के अनुसार, पाँच व्यक्तियों को मलेशिया की दंड संहिता के तहत दोषी पाया गया और शाह आलम तथा जोहोर बहारु की सेशन अदालतों में आरोपित किया गया। अन्य १५ व्यक्तियों को मलेशिया से निर्वासित करने के आदेश दिए गए हैं, जबकि १६ अन्य के खिलाफ जांच जारी है।
मलेशिया के गृह मंत्रालय ने कहा कि विशेष शाखा की खुफिया कार्रवाई से यह पता चला कि यह समूह देश में इस्लामिक स्टेट (आईएस) की विचारधारा को बढ़ावा दे रहा था। इन लोगों ने अपने समुदायों में कट्टरपंथी विचार फैलाने, आतंकी गतिविधियों के लिए धन इकट्ठा करने और अपने मूल देश में वैध सरकार को गिराने के उद्देश्य से भर्ती सेल भी बना रखे थे।
मलेशिया के गृह मंत्री दातुक सेरी सैफुद्दीन नासुशन इस्माइल ने स्पष्ट रूप से कहा कि मलेशिया किसी भी विदेशी आतंकी गतिविधि के लिए न तो शरणस्थली बनेगा और न ही युद्धभूमि।