क्या बांग्लादेश में बीएनपी यूथ विंग के गुटों के बीच संघर्ष से और भी हिंसा बढ़ेगी?
सारांश
Key Takeaways
- बीएनपी के यूथ विंग में आंतरिक संघर्ष बढ़ रहा है।
- चटगांव में हुई झड़प ने एक व्यक्ति की जान ली।
- पुलिस ने हिंसा के दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
ढाका, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के यूथ विंग के दो गुटों में मंगलवार सुबह चटगांव में गंभीर झड़प हुई। इस घटना में एक व्यक्ति की जान चली गई और 15 अन्य लोग घायल हो गए।
मृतक की पहचान 22 वर्षीय मोहम्मद सज्जाद के रूप में हुई है, जो कि बीएनपी की छात्र शाखा का सदस्य था।
चटगांव के बकलिया पुलिस स्टेशन के ऑफिसर-इन-चार्ज इख्तियार उद्दीन ने बताया कि यह हिंसा एक बैनर फाड़ने के विवाद के बाद भड़की।
पुलिस ने पुष्टि की कि गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हुई और कई अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि दोषियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
बीएनपी के सूत्रों के मुताबिक, यह संघर्ष पूर्व नगर जुबो दल समिति के संगठन सचिव एमदादुल हक बादशाह और पूर्व नगर छात्र दल अध्यक्ष गाजी सिराजउल्लाह के समर्थकों के बीच हुआ।
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह झड़प तब शुरू हुई जब सिराज के समर्थकों ने जुबो दल कार्यकर्ता मोहम्मद जसीम को अगवा कर उसके साथ मारपीट की।
चट्टोग्राम सिटी कॉर्पोरेशन के मेयर शाहदत हुसैन के निर्देश पर जसीम और अन्य ने बकलिया और अन्य इलाकों से कई बैनर हटा दिए थे, जिसमें मेयर, सिराज और बोरहान की तस्वीरें थीं।
एमदादुल ने कहा, "बोरहान ने सिराज और अन्य की तस्वीरों वाले बैनर लगाए थे। जब मेयर शाहदत ने उन्हें हटाने का आदेश दिया, तब बोरहान के समर्थकों ने जसीम को अगवा कर लिया। जब हम उसे बचाने गए, तो उन्होंने गोली चला दी।"
पिछले कुछ दिनों में बीएनपी के विभिन्न गुटों के बीच कई बार झड़पें हुई हैं, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं।
खालिदा जिया की बीएनपी ने मुहम्मद यूनुस के साथ मिलकर अवामी लीग की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
इन घटनाओं के बाद, बीएनपी अब बांग्लादेश में सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन इसके अंदरूनी संघर्षों ने हिंसक झड़पों को बढ़ावा दिया है, जिसमें कई नेताओं की जान गई है।