क्या चीन ने कंबोडिया और थाईलैंड के संयुक्त युद्धविराम घोषणापत्र का स्वागत किया?
सारांश
Key Takeaways
- चीन ने युद्धविराम घोषणापत्र का स्वागत किया।
- संवाद और परामर्श से विवाद सुलझाए जा सकते हैं।
- क्षेत्रीय शांति के लिए यह कदम महत्वपूर्ण है।
- चीन और आसियान की सक्रिय भूमिका।
- बैठक में तीनों देशों के सैन्य प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
बीजिंग, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कंबोडिया और थाईलैंड द्वारा संयुक्त युद्धविराम घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए जाने के संदर्भ में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि चीन इस कदम का हार्दिक स्वागत करता है।
प्रवक्ता ने बताया कि 27 दिसंबर को कंबोडिया और थाईलैंड ने सामान्य सीमा समिति (जीबीसी) की विशेष बैठक के दौरान संयुक्त युद्धविराम घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए, जो इस बात का प्रमाण है कि संवाद और परामर्श जटिल विवादों को सुलझाने का सबसे व्यावहारिक और प्रभावी मार्ग हैं।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि चीन, आसियान तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस दिशा में निरंतर सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि चीन कंबोडिया और थाईलैंड के बीच अधिक व्यापक और रचनात्मक संवाद के लिए मंच और अनुकूल परिस्थितियां तैयार करने को तत्पर है। उन्होंने बताया कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी 28 से 29 दिसंबर तक युन्नान में कंबोडिया के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री प्राक सोखोन और थाईलैंड के विदेश मंत्री नोरोडोम सिहासक के साथ बैठक करेंगे। इन वार्ताओं में तीनों देशों की सेनाओं के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे।
प्रवक्ता ने जोर देकर कहा, 'चीन कंबोडिया और थाईलैंड के बीच युद्धविराम को सुदृढ़ करने, आपसी संपर्कों को पुनः प्रारंभ करने, राजनीतिक पारस्परिक विश्वास को पुनर्स्थापित करने, द्विपक्षीय संबंधों में सकारात्मक प्रगति लाने तथा क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने में सक्रिय योगदान देगा'
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)