क्या चीनी राज्य परिषद ने जापान से गलत कथन वापस लेने का अनुरोध किया?
सारांश
Key Takeaways
- चीनी राज्य परिषद ने जापान को थाईवान पर अपने बयानों के लिए माफी मांगने को कहा है।
- इस वर्ष थाईवान की वापसी की 80वीं वर्षगांठ है।
- काहिरा घोषणा और अन्य अंतर्राष्ट्रीय दस्तावेजों का महत्व समझना आवश्यक है।
बीजिंग, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी राज्य परिषद के थाईवान मामले कार्यालय की प्रवक्ता चांग हान ने बुधवार को नियमित प्रेस वार्ता में संबंधित सवाल के जवाब में बताया कि इस वर्ष चीनी जनता की जापानी आक्रमण विरोधी युद्ध की विजय की 80वीं वर्षगांठ, थाईवान की वापसी की 80वीं वर्षगांठ और काहिरा घोषणा की 82 वर्षगांठ है।
काहिरा घोषणा सहित विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय कानूनी दस्तावेज फासीवाद विरोधी युद्ध की महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय कानून के दृष्टिकोण से थाईवान पर चीन की प्रभुसत्ता को स्पष्ट किया, जो युद्धोत्तर अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण घटक है। जापान के लिए इन नियमों का पालन करना एक अंतर्राष्ट्रीय कानूनी दायित्व है, जिसे पूरा करना आवश्यक है।
प्रवक्ता ने जोर दिया कि जापानी प्रधानमंत्री साने ताकाइची के थाईवान से संबंधित गलत बयान ने चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप किया है और थाईवानी स्वतंत्रता की विभाजनकारी ताकत को गलत संकेत भेजा है, जिससे थाईवान जलडमरूमध्य की शांति और स्थिरता को खतरा हुआ है। हम जापान से ऐतिहासिक अपराधों का गंभीर आत्म-निरीक्षण करने, गलत बयान वापस लेने और चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप समाप्त करने का अनुरोध करते हैं। इसके साथ ही, एक चीन सिद्धांत और चीन के प्रति किए गए राजनीतिक वादे का पालन करने की भी मांग की गई है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)