क्या चीन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इराक के आतंकवाद-विरोध के समर्थन का आह्वान किया?
सारांश
Key Takeaways
- चीन का इराक के आतंकवाद-विरोध में समर्थन
- सुरक्षा परिषद की खुली बैठक में चर्चा
- इराक की सुरक्षा स्थिति की गंभीरता
- कुवैत में लापता व्यक्तियों का मुद्दा
- क्षेत्रीय स्थिरता में चीन की भूमिका
बीजिंग, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र में चीन के उप स्थायी प्रतिनिधि सुन लेई ने 2 दिसंबर को इराक पर सुरक्षा परिषद की खुली बैठक में बोलते हुए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ इराक की लड़ाई का समर्थन करने का आह्वान किया।
सुन लेई ने कहा कि इराक की सुरक्षा स्थिति गंभीर बनी हुई है और इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) जैसे आतंकवादी संगठन अपनी गतिविधियां जारी रखे हुए हैं। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इराक की आतंकवाद-रोधी क्षमताओं को मजबूत करने, आतंकवाद के अवशिष्टों को समाप्त करने के लिए प्रभावी कदम उठाने, आतंकवाद-रोधी अभियानों में कड़ी मेहनत से प्राप्त सफलताओं को सुदृढ़ करने और राष्ट्रीय सुरक्षा एवं स्थिरता की सुरक्षा में दृढ़ता से उसका समर्थन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इराकी गुटों के बीच एकता को मजबूत करना और सुलह प्राप्त करना इराकी लोगों के मूल हितों में है। चीन क्षेत्रीय देशों के साथ अच्छे पड़ोसी और मैत्रीपूर्ण साझेदारी के विकास में इराक का समर्थन करता है, और क्षेत्रीय एकता को बढ़ावा देने एवं स्थिरता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा। चीन का मानना है कि इराक की संप्रभुता, स्वतंत्रता और प्रादेशिक अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए और इसे बनाए रखा जाना चाहिए।
इसके अलावा, सुन लेई ने यह भी बताया कि कुवैत में लापता व्यक्तियों और संपत्तियों के मुद्दे का समाधान इराक और कुवैत दोनों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। चीन इन मुद्दों के शीघ्र और संतोषजनक समाधान को आगे बढ़ाने के लिए आपसी सम्मान और मैत्रीपूर्ण परामर्श के सिद्धांतों पर आधारित दोनों पक्षों द्वारा सामूहिक प्रयास का समर्थन करता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)