क्या जापान अपनी कार्रवाई पर अड़ा रहेगा तो चीन आवश्यक कदम उठाएगा?
सारांश
Key Takeaways
- चीन ने जापान को चेतावनी दी है।
- बातचीत के माध्यम से समाधान की आवश्यकता है।
- चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है।
- जापानी कंपनियाँ चीन में निवेश को लेकर सकारात्मक हैं।
- दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध महत्वपूर्ण हैं।
बीजिंग, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। यदि जापान अपनी कार्रवाई पर अड़ा रहा तो चीन आवश्यक कदम उठाएगा और जापान को इसके सभी परिणाम भुगतने होंगे। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने 4 दिसंबर को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में इस बात की पुष्टि की।
चीनी प्रवक्ता ने कहा कि जापानी प्रधानमंत्री साने ताकाइची की थाईवान से संबंधित गलत टिप्पणियों पर, चीन ने बार-बार अपनी गंभीर स्थिति व्यक्त की है। उन्होंने जापान से आग्रह किया है कि वह अपने गलत शब्दों और कार्यों को तुरंत सुधारें, ठोस कार्रवाई करते हुए चीन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करें और दोनों देशों के बीच सामान्य आर्थिक और व्यापारिक सहयोग के लिए परिस्थितियाँ उत्पन्न करें।
यदि जापान अपनी एकतरफा कार्रवाई पर अड़ा रहता है तो चीन आवश्यक कदम उठाएगा और जापान को इसके सभी परिणाम भुगतने होंगे।
चीन में जापानी उद्यमों के निवेश पर चर्चा करते हुए प्रवक्ता ने कहा कि चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है, जिसमें भारी निवेश और उपभोग क्षमता है। चीन हमेशा से विदेशी व्यवसायों के लिए एक आदर्श, सुरक्षित और आशाजनक निवेश गंतव्य रहा है, और जापानी कंपनियों सहित बहुराष्ट्रीय निगमों ने चीनी बाजार के प्रति आशावादी रुख व्यक्त किया है।
चीन ने हमेशा बाहरी दुनिया के लिए खुलेपन की अपनी मौलिक राष्ट्रीय नीति का पालन किया है। हम विभिन्न देशों के निवेशकों का चीन में निवेश करने और व्यापार करने तथा चीन के विकास के अवसरों में हिस्सा लेने के लिए स्वागत करते हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)