क्या चीन का ऑटोमोटिव उद्योग 2025 तक 323 लाख वाहनों की बिक्री का लक्ष्य हासिल कर पाएगा?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- 2025 तक 323 लाख वाहनों की वार्षिक बिक्री का लक्ष्य।
- नई ऊर्जा वाहनों की संख्या में वृद्धि।
- ऑटोमोटिव विनिर्माण उद्योग में 6 प्रतिशत की वृद्धि।
- घरेलू खपत का विस्तार और गुणवत्ता में सुधार।
- 25 पायलट शहरों में नई ऊर्जा वाहनों का उपयोग।
बीजिंग, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीन ने अपने ऑटोमोटिव उद्योग के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं, जिसके अनुसार 2025 तक कुल 323 लाख वाहनों की वार्षिक बिक्री प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा। यह लक्ष्य लगभग 3 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर को दर्शाता है, जिसमें से 155 लाख वाहन नई ऊर्जा वाले होंगे और लगभग 20 प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि दर होगी।
13 सितंबर को, चीनी उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय सहित आठ सरकारी विभागों ने संयुक्त रूप से "ऑटोमोटिव उद्योग के स्थिर विकास की कार्य योजना (2025-2026)" जारी की, जो इन लक्ष्यों की रूपरेखा प्रस्तुत करती है।
इस कार्य योजना के प्रमुख लक्ष्यों में 2025 तक ऑटोमोबाइल निर्यात में स्थिर वृद्धि और ऑटोमोटिव विनिर्माण उद्योग के अतिरिक्त मूल्य में लगभग 6 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि शामिल है। योजना का उद्देश्य 2026 तक उद्योग के पैमाने, गुणवत्ता और दक्षता में सुधार के साथ एक स्थिर और सकारात्मक विकास को बनाए रखना भी है।
योजना में चार मुख्य आयामों के तहत 15 विशिष्ट उपाय और तीन सहायक उपाय प्रस्तावित हैं। इन आयामों में घरेलू खपत का विस्तार, आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार, विकास के वातावरण को अनुकूल बनाना और खुले सहयोग को गहरा करना शामिल है। मांग पक्ष पर, योजना का लक्ष्य नई ऊर्जा वाहनों के विपणन में तेजी लाना, ऑटोमोटिव खपत को बढ़ावा देना और बुद्धिमान कनेक्टेड प्रौद्योगिकियों के औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देना है। इसके तहत, 25 पायलट शहरों में सार्वजनिक परिवहन, टैक्सियों और लॉजिस्टिक्स में 7 लाख से अधिक नई ऊर्जा वाहनों को शामिल किया जाएगा।
आपूर्ति पक्ष पर, योजना तकनीकी नवाचार के माध्यम से उपभोक्ता मांग को प्रोत्साहित करने, मानक उन्नयन के माध्यम से उत्पाद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने, औद्योगिक और आपूर्ति श्रृंखलाओं की स्थिरता सुनिश्चित करने और ऑटोमोटिव उद्योग के डिजिटल और बुद्धिमान परिवर्तन को गति देने पर केंद्रित है। इन उपायों के माध्यम से चीन न केवल अपने घरेलू बाज़ार को मजबूत करना चाहता है, बल्कि वैश्विक ऑटोमोटिव बाज़ार में अपनी स्थिति को भी सुदृढ़ करना चाहता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                             
                            