क्या दुनिया की पहली चीन-यूरोप आर्कटिक कंटेनर एक्सप्रेस लाइन शुरू हो गई है?

सारांश
Key Takeaways
- चीन-यूरोप आर्कटिक कंटेनर एक्सप्रेस लाइन का उद्घाटन हुआ है।
- यह 18 दिनों में फेलिक्स्टोव पोर्ट तक पहुंचेगी।
- कम कार्बन उत्सर्जन के साथ तेज़ अंतरराष्ट्रीय रसद विकल्प।
- चीन की 'बेल्ट एंड रोड' पहल का हिस्सा।
- उच्च-स्तरीय विनिर्माण और ई-कॉमर्स को बढ़ावा देगा।
बीजिंग, 23 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। वैश्विक व्यापार और रसद के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत, दुनिया की पहली चीन-यूरोप आर्कटिक कंटेनर एक्सप्रेस लाइन आधिकारिक तौर पर शुरू हो चुकी है।
मंगलवार को 'इस्तांबुल ब्रिज' नामक एक जहाज चीन के निंगपो-चोशान पोर्ट के पेइलुन पोर्ट क्षेत्र से रवाना हुआ, जिसका गंतव्य यूनाइटेड किंगडम का सबसे बड़ा कंटेनर बंदरगाह, फेलिक्स्टोव पोर्ट है।
यह एक्सप्रेस लाइन चीन की 'बेल्ट एंड रोड' पहल के तहत 'आइस सिल्क रोड' के निर्माण में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह चीन के उच्च-स्तरीय विनिर्माण, सीमा-पार ई-कॉमर्स और नवीन ऊर्जा जैसे उद्योगों के लिए एक तेज और कम कार्बन उत्सर्जन वाला अंतरराष्ट्रीय रसद विकल्प प्रदान करेगी।
बताया गया है कि 'इस्तांबुल ब्रिज' ने 22 सितंबर को पेइलुन पोर्ट क्षेत्र में 1,000 से अधिक मानक कंटेनरों की लोडिंग पूरी की और यह यूके के फेलिक्स्टोव तक की यात्रा मात्र 18 दिनों में पूर्ण कर लेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)