क्या चीन का दवा उद्योग विश्व स्तर पर दूसरे स्थान पर है?

सारांश
Key Takeaways
- चीन का दवा उद्योग विश्व स्तर पर दूसरे स्थान पर है।
- 14वीं पंचवर्षीय योजना के तहत दवा सुरक्षा को सुदृढ़ किया गया है।
- 204 नवीन दवाओं और 265 चिकित्सा उपकरणों को मंजूरी मिली है।
- पारंपरिक चीनी चिकित्सा में तेजी से विकास हो रहा है।
- चीन लगभग 30% नवीन दवाओं का विकास कर रहा है।
बीजिंग, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। चीनी राष्ट्रीय चिकित्सा उत्पाद प्रशासन के उप निदेशक यांग शेंग ने 22 अगस्त को चीनी राज्य परिषद सूचना कार्यालय द्वारा "14वीं पंचवर्षीय योजना के उच्च-गुणवत्तापूर्ण समापन" विषय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि 14वीं पंचवर्षीय योजना अवधि के दौरान, चीन ने दवा सुरक्षा को व्यापक रूप से मजबूत करते हुए दवा उद्योग के उच्च-गुणवत्तापूर्ण विकास के लिए व्यापक समर्थन प्रदान किया और जनता की दवा संबंधी जरूरतों को पूरा किया।
यांग शेंग ने कहा कि इस योजना के दौरान, चीन ने दवाओं और चिकित्सा उपकरणों के लिए नियामक सुधारों को गहरा किया और दवा उद्योग के उच्च-गुणवत्तापूर्ण विकास को बढ़ावा दिया। राष्ट्रीय औषधि नमूनाकरण उत्तीर्ण दर 99.4 प्रतिशत से अधिक पर स्थिर बनी हुई है। दवा सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। चीनी राष्ट्रीय चिकित्सा उत्पाद प्रशासन ने 14वीं पंचवर्षीय योजना के लक्ष्यों और कार्यों को उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया है और जनता के लिए दवाओं की सुरक्षा और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने हेतु औषधि विनियमन में तीन प्रमुख उपायों को लागू किया है।
अब तक, 204 नवीन दवाओं और 265 नवीन चिकित्सा उपकरणों को मंजूरी दी गई है। इनमें से 50 नवीन दवाओं और 49 नवीन चिकित्सा उपकरणों को इस वर्ष जनवरी से जुलाई तक मंजूरी मिली। वर्तमान में, चीन का दवा उद्योग विश्व स्तर पर दूसरे स्थान पर है, और दुनिया की लगभग 30 प्रतिशत नवीन दवाओं का विकास चीन में हो रहा है। 14वीं पंचवर्षीय योजना के बाद से, कुल 387 बाल चिकित्सा दवाओं और दुर्लभ रोगों की 147 दवाओं को विपणन के लिए मंजूरी दी गई है, जिससे प्रमुख आबादी की दवा संबंधी ज़रूरतें प्रभावी रूप से पूरी हो गई हैं।
इसके अलावा, चीन ने पारंपरिक चीनी चिकित्सा की विरासत और नवीन विकास को भी बढ़ावा दिया है, और स्वीकृत नई पारंपरिक चीनी दवाओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। 14वीं पंचवर्षीय योजना के बाद से, 27 नवीन चीनी दवाओं को मंजूरी दी गई है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)