क्या चीन के लौह एवं इस्पात उद्योग में पहली छमाही में मुनाफा 60 फीसदी बढ़ गया?

सारांश
Key Takeaways
- चीन के लौह एवं इस्पात उद्योग का 63.26 प्रतिशत मुनाफा बढ़ा।
- कच्चा इस्पात उत्पादन 3.0 प्रतिशत कम हुआ।
- स्थिरता के लिए प्रभावी नियंत्रण उपाय लागू किए गए।
- उत्सर्जन में कमी के लिए नई तकनीकों का उपयोग।
- कार्बन डाइऑक्साइड का पुनः उपयोग।
बीजिंग, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। चीन लौह एवं इस्पात संघ के अनुसार, वर्ष 2025 की पहली छमाही में चीन के लौह एवं इस्पात उद्योग के कुल मुनाफे में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 63.26 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
वर्ष 2025 की पहली छमाही में, पूरे चीन में कच्चा इस्पात उत्पादन 51.5 करोड़ टन तक पहुँच गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 3.0 प्रतिशत कम है। यह चीनी राष्ट्रीय औद्योगिक विनियमन नीतियों के अनुरूप है।
चीन लौह एवं इस्पात संघ द्वारा निर्धारित लौह एवं इस्पात उद्यमों के मुनाफे का कुल मूल्य 59.2 अरब युआन तक पहुँच गया, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 63.26 प्रतिशत अधिक है।
चीन लौह एवं इस्पात संघ के अध्यक्ष जाओ मिन्गे ने बताया कि आपूर्ति और मांग के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए प्रभावी राष्ट्रीय उत्पादन नियंत्रण उपायों के कारण, चीन में 1 करोड़ टन से अधिक उत्पादन वाले 20 इस्पात उद्यमों में कच्चे इस्पात का उत्पादन पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 3.7 प्रतिशत कम रहा। इससे चीन में इस्पात का भंडार कम बना हुआ है, जिससे कीमतें स्थिर बनी हुई हैं।
इसके अतिरिक्त, वर्ष 2025 की पहली छमाही में, चीन में 70 करोड़ टन से अधिक इस्पात उत्पादन क्षमता ने बेहद कम उत्सर्जन प्राप्त किया। कुछ इस्पात उद्यम औद्योगिक उत्पादों के उत्पादन के लिए कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग कर रहे हैं, जबकि अन्य अपशिष्ट ऊष्मा का उपयोग समुद्री जल को विलवणीकरण के लिए कर रहे हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)