क्या चीन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के कार्य को मजबूत और पुनर्जीवित करने के लिए तीन सूत्रीय प्रस्ताव पेश किए?
सारांश
Key Takeaways
- संयुक्त राष्ट्र महासभा को पुनर्जीवित करने के लिए तीन महत्वपूर्ण प्रस्ताव।
- सुरक्षा परिषद में नए महासचिव का चुनाव एक प्राथमिक कार्य है।
- चीन का प्रस्ताव वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देता है।
- महासभा को समय के साथ ढलना होगा।
- संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान आवश्यक है।
बीजिंग, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र में चीन के उप स्थायी प्रतिनिधि केंग श्वांग ने 13 नवंबर को 80वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के कार्यान्वयन और महासभा के पुनरुद्धार के मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण भाषण दिया। उन्होंने महासभा के कार्य को मजबूत और पुनर्जीवित करने के लिए तीन सूत्रीय प्रस्ताव प्रस्तुत किए।
केंग श्वांग ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र वर्तमान में आंतरिक और बाह्य दोनों तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है। महासभा को समय के अनुसार ढलना होगा, विभिन्न देशों की आवश्यकताओं पर प्रतिक्रिया देनी होगी, आत्म-सुधार में अग्रणी भूमिका निभानी होगी और संयुक्त राष्ट्र चार्टर द्वारा सौंपे गए महत्वपूर्ण दायित्वों को पूरा करना होगा। महासभा के कार्य को मजबूत करने और पुनर्जीवित करने के संबंध में चीन का तीन सूत्रीय प्रस्ताव है। पहला, सही दिशा का पालन किया जाना चाहिए। दूसरा, चार्टर के अधिदेश का सम्मान किया जाना चाहिए। तीसरा, गुणवत्ता और दक्षता में सुधार को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
केंग श्वांग ने कहा कि नए संयुक्त राष्ट्र महासचिव का चुनाव करना अगले वर्ष में सुरक्षा परिषद और महासभा के लिए सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है। संयुक्त राष्ट्र चार्टर, महासभा के प्रस्ताव और सुरक्षा परिषद के दस्तावेज चुनावी प्रक्रियाओं को स्पष्ट रूप से निर्धारित करते हैं। सदस्य देशों को मिलकर प्रभावी संस्थागत व्यवस्थाओं को बनाए रखना चाहिए और एक अनुकूल राजनीतिक वातावरण को बढ़ावा देना चाहिए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)