क्या चीनी कांसुल जनरल ने 12वें युवा संगीत महोत्सव में भाग लिया?

सारांश
Key Takeaways
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान की पुरानी परंपरा
- दोनों देशों के बीच सहयोग
- युवाओं का संगीत और कला में योगदान
- संगीत महोत्सव का महत्व
- स्थायी संबंधों का निर्माण
बीजिंग, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कोलकाता में स्थित चीनी कांसुल जनरल शु वेइ ने हाल ही में कोलकाता संगीत कला और संस्कृति परिषद द्वारा आयोजित 12वें युवा संगीत महोत्सव में निमंत्रण पर भाग लिया।
शु वेइ ने अपने भाषण में कहा कि विभिन्न सभ्यताएं आदान-प्रदान और परस्पर अध्ययन के माध्यम से निरंतर जीवंतता प्राप्त करेंगी और वैश्विक सभ्यता को आगे बढ़ाएंगी।
चीनी महावाणिज्य दूतावास भारतीय मित्रों के साथ संगीत के माध्यम से दोनों देशों के बीच संगीत, कला और संस्कृति क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने, जनता के संपर्क को बढ़ाने और द्विपक्षीय संबंधों के स्वस्थ और स्थिर विकास को बढ़ावा देने के लिए तत्पर है।
कांसुल जनरल शु ने कई स्कूलों के अध्यापकों और छात्रों द्वारा किए गए शानदार गीत, नृत्य, योग और वाद्य संगीत प्रदर्शन का अवलोकन किया और उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान किए।
संगीत कला और संस्कृति परिषद के निदेशक सुरेंद्रनाथ मजूमदार ने इस गतिविधि में कहा कि चीन और भारत की दो प्राचीन संस्कृतियों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान की एक पुरानी परंपरा है। वे सक्रियता से संगीत और संस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन कर चीन और भारत के सांस्कृतिक आदान-प्रदान एवं मैत्रीपूर्ण संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)