क्या ढाका विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति पर रोक के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन हुआ?

Click to start listening
क्या ढाका विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति पर रोक के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन हुआ?

सारांश

ढाका विश्वविद्यालय में छात्रों ने जेसीडी के सदस्यों की नियुक्ति के खिलाफ जोरदार विरोध किया। छात्रों ने हॉल राजनीति के खिलाफ नारे लगाए और कुलपति के आवास के बाहर धरना दिया। इस विरोध प्रदर्शन ने बांग्लादेश में छात्र राजनीति के भविष्य पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

Key Takeaways

  • ढाका विश्वविद्यालय में छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है।
  • जेसीडी के सदस्यों की नियुक्ति को रद्द करने की मांग की गई।
  • कुलपति ने छात्र राजनीति पर रोक लगाने का निर्णय लिया।
  • छात्रों ने सड़कों पर मार्च किया और धरना दिया।
  • बांग्लादेश में छात्र आंदोलनों में तेजी आई है।

ढाका, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश के ढाका विश्वविद्यालय (डीयू) के अनेक छात्रों ने शनिवार को तीव्र विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें जातीयतावादी छात्र दल (जेसीडी) के आठ छात्रों की छात्रावास समिति में नियुक्ति को रद्द करने की मांग की गई। जेसीडी, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) का छात्र संगठन है।

प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय परिसर की विभिन्न सड़कों पर मार्च किया और नारे लगाए “वन टू थ्री फोर, हॉल पॉलिटिक्स नो मोर” तथा “हॉल पॉलिटिक्स चलबे ना चलबे ना” (हॉल राजनीति नहीं चलेगी)। कुछ छात्रों ने छात्रावास के गेटों को तोड़कर इस प्रदर्शन में भाग लिया। इसके बाद, उन्होंने कुलपति (वीसी) के आवास के बाहर धरना दिया।

बढ़ते विरोध के बीच, वीसी ने छात्रावासों में छात्र राजनीति पर प्रतिबंध की घोषणा करते हुए कहा, “छात्र राजनीति पर प्रतिबंध 17 जुलाई के ढांचे के अनुसार लगाया गया है।”

विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर सैफुद्दीन अहमद ने मीडिया को बताया, “निर्णय यह है कि हॉल स्तर पर कोई छात्र राजनीति नहीं होगी। वे केंद्रीय स्तर पर, मधुर कैंटीन में ऐसा कर सकते हैं, लेकिन हम किसी छात्र संगठन को मजबूर नहीं कर सकते कि वह इसे रद्द करे। 17 जुलाई को जो प्रतिबंध लगाया गया था, वह लागू रहेगा।”

उन्होंने कहा कि नियमों के उल्लंघन को लेकर शनिवार को प्रावोस्ट स्टैंडिंग कमेटी की बैठक होगी और उसके बाद उन छात्र संगठनों से भी बातचीत की जाएगी जिनके नाम सामने आए हैं।

शुक्रवार को डीयू छात्र दल ने विश्वविद्यालय के 18 आवासीय हॉल के लिए नई समितियों के गठन की घोषणा की थी, जिसे डीयू छात्र दल के अध्यक्ष गणेश चंद्र राय साहोस और महासचिव नाहिदुज्जमान शिपोन ने मंजूरी दी थी। यह कदम हॉल-आधारित राजनीति के खिलाफ व्यापक विरोध के बावजूद उठाया गया।

स्थानीय मीडिया के अनुसार, इन समितियों का गठन जमीनी स्तर पर संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और भविष्य की राजनीतिक गतिविधियों की तैयारी के तहत किया गया है, जिसमें डीयू केंद्रीय छात्र संघ चुनाव शामिल हैं।

हाल के महीनों में बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के दौरान छात्र आंदोलनों में तेजी देखी गई है, जिसमें प्रतिद्वंद्वी छात्र समूहों के बीच टकराव भी शामिल है। ये छात्र पहले यूनुस के साथ मिलकर पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली आवामी लीग की लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार को हटाने में शामिल थे।

Point of View

यह स्पष्ट है कि ढाका विश्वविद्यालय का यह विरोध प्रदर्शन छात्र राजनीति के भविष्य को लेकर गहरी चिंता को दर्शाता है। छात्रों का यह संघर्ष न केवल उनके अधिकारों की रक्षा के लिए है, बल्कि यह बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति पर भी पकड़ बनाने की कोशिश है।
NationPress
10/08/2025

Frequently Asked Questions

ढाका विश्वविद्यालय में छात्रों का विरोध क्यों हुआ?
छात्रों ने जातीयतावादी छात्र दल (जेसीडी) के सदस्यों की छात्रावास समिति में नियुक्ति को रद्द करने की मांग की।
कुलपति ने छात्र राजनीति पर रोक क्यों लगाई?
कुलपति ने कहा कि यह निर्णय 17 जुलाई के ढांचे के अनुसार किया गया है।
छात्रों ने किस प्रकार के नारे लगाए?
छात्रों ने 'हॉल राजनीति नहीं चलेगी' के नारे लगाए।