क्या दूसरे वैज्ञानिक अभियान के परिणामों का सम्मेलन शीत्सांग में आयोजित हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- दूसरे छिंगहाई-तिब्बत वैज्ञानिक अभियान के परिणामों का सम्मेलन शीत्सांग में हो रहा है।
- इसने जल और पारिस्थितिकी पर महत्वपूर्ण डेटा प्राप्त किया है।
- 50 से अधिक नीति परामर्श रिपोर्टें तैयार की गई हैं।
- 30 से अधिक प्रमुख परियोजनाओं पर निष्कर्ष लागू किए गए हैं।
- वैज्ञानिक अनुसंधान में नई दिशा की ओर अग्रसर है।
बीजिंग, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। 19 से 20 नवंबर तक, दूसरे छिंगहाई-तिब्बत वैज्ञानिक अभियान के परिणामों के व्यापक एकीकरण और अनुप्रयोग पर सम्मेलन शीत्सांग की राजधानी ल्हासा में आयोजित किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, 19 अगस्त, 2017 को दूसरे वैज्ञानिक अभियान के प्रारंभ के बाद से, 3 हजार से ज्यादा अभियान दलों और 30,000 से अधिक लोगों ने छिंगहाई-तिब्बत पठार के वैज्ञानिक अनुसंधान में भाग लिया है और विश्व स्तर के मूल परिणामों का उत्पादन किया है।
शीत्सांग के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख जोउ चनय्वी ने बताया कि इस अभियान ने एशियाई जल मीनार, पठार जलवायु पैटर्न, बहु-क्षेत्रीय त्रि-आयामी अवलोकन, जल संसाधन विनियमन, जैव विविधता, कार्बन उत्सर्जन की चरम स्थिति और कार्बन तटस्थता जैसे पहलुओं पर महत्वपूर्ण वैज्ञानिक डेटा एकत्र किया है।
नतीजतन, इससे छिंगहाई-तिब्बत पठार पर जल, पारिस्थितिकी और मानवीय गतिविधियों के बारे में लोगों की समझ और गहरी हो गई है। इसने पृथ्वी प्रणाली विज्ञान पर बुनियादी अनुसंधान के स्तर को सुधारने में मदद की है और संबंधित क्षेत्रों में गहन शोध के लिए एक ठोस आधार तैयार किया है।
चनय्वी के अनुसार, वैज्ञानिक अनुसंधान निष्कर्षों के आधार पर, शीत्सांग ने 50 से अधिक नीति परामर्श रिपोर्टें तैयार की हैं और निष्कर्षों को 20 से अधिक नियोजन और डिजाइन परियोजनाओं में शामिल किया गया है। इसके अलावा, कार्बन उत्सर्जन की चरम स्थिति, कार्बन तटस्थता, और विशिष्ट आपदा जोखिमों की रोकथाम व नियंत्रण पर 30 से अधिक प्रमुख परियोजनाओं पर काम किया गया है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)