क्या इथियोपिया और भारत के थल सेना प्रमुखों की मुलाकात से रक्षा सहयोग में मजबूती आएगी?

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क्या इथियोपिया और भारत के थल सेना प्रमुखों की मुलाकात से रक्षा सहयोग में मजबूती आएगी?

सारांश

इथियोपिया और भारत के थल सेना प्रमुखों की मुलाकात ने रक्षा सहयोग को और मजबूत करने का आश्वासन दिया। यह बैठक प्रशिक्षण, शांति स्थापना और रक्षा क्षमता निर्माण में सहयोग बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। क्या यह मुलाकात दोनों देशों के बीच और मजबूत संबंध स्थापित कर सकेगी?

Key Takeaways

  • इथियोपिया और भारत के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा दिया गया।
  • प्रशिक्षण और शांति स्थापना पर जोर दिया गया।
  • क्षेत्रीय स्थिरता के लिए मजबूत साझेदारी की दिशा में कदम उठाए गए।

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में इथियोपिया के थल सेना प्रमुख और सैन्य सलाहकार जनरल एलेमशेट डेगिफ बाल्चा से मुलाकात की। इस मुलाकात में प्रशिक्षण, शांति स्थापना, और रक्षा क्षमता निर्माण में सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई।

इस बैठक के दौरान भारत और इथियोपिया ने बहुपक्षीय सहयोग के माध्यम से मजबूत रक्षा संबंधों की दिशा में अपनी साझा प्रतिबद्धता को व्यक्त किया, जिससे क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।

रक्षा मंत्रालय (सेना) के एकीकृत मुख्यालय के अतिरिक्त, जन सूचना महानिदेशालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "यूएनटीसीसी 2025 के अवसर पर, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने इथियोपिया के थल सेना प्रमुख जनरल एलेमशेट डेगिफ बाल्चा के साथ बातचीत की। यह बैठक प्रशिक्षण, शांति स्थापना और रक्षा क्षमता निर्माण में सहयोग को बढ़ाने पर केंद्रित रही।"

गुरुवार को, जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने यूएनटीसीसी 2025 के अवसर पर तंजानिया के थल सेना कमांडर मेजर जनरल फदिल ओमारी नोंडो से भी मुलाकात की। इस मुलाकात में रक्षा सहयोग को मजबूत करने, प्रशिक्षण आदान-प्रदान को बढ़ाने, और संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना एवं क्षमता निर्माण पहलों में सहयोग के तरीकों की खोज पर ध्यान केंद्रित किया गया।

जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बुरुंडी के राष्ट्रीय रक्षा बल के थल सेना प्रमुख मेजर जनरल जीन क्लाउड नियिबुराना से भी चर्चा की। इस बैठक के बाद, जन सूचना महानिदेशालय के अतिरिक्त महानिदेशक ने एक्स पर लिखा, "यूएनटीसीसी 2025 के अवसर पर, सेना प्रमुख ने बुरुंडी के थल सेना प्रमुख के साथ बातचीत की। इस चर्चा में रक्षा सहयोग को गहरा करने, प्रशिक्षण साझेदारी को बढ़ावा देने, और संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में सहयोग बढ़ाने की साझा प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया।"

14 से 16 अक्टूबर तक भारतीय सेना द्वारा आयोजित यूएनटीसीसी प्रमुखों का सम्मेलन, उच्च स्तरीय विचार-विमर्श और औपचारिक समारोहों के साथ संपन्न हुआ, जिसमें संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों को मजबूत करने के सामूहिक संकल्प की पुष्टि की गई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में एक मुलाकात के दौरान संयुक्त राष्ट्र सैन्य योगदान देने वाले देशों के प्रमुखों और प्रतिनिधियों से बातचीत की।

Point of View

इस मुलाकात को भारत और इथियोपिया के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा सकता है। यह न केवल दो देशों के संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को भी बढ़ावा देगा।
NationPress
18/10/2025

Frequently Asked Questions

भारत और इथियोपिया के रक्षा सहयोग का महत्व क्या है?
यह सहयोग दोनों देशों के बीच सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देता है, साथ ही प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में भी सहायता करता है।
यूएनटीसीसी 2025 का उद्देश्य क्या है?
यूएनटीसीसी 2025 का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों को मजबूती प्रदान करना और देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है।
क्या इस बैठक से क्षेत्रीय शांति में सुधार होगा?
हां, इस बैठक से दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में मदद करेगी।