क्या फ्रांस और चीन साझा जिम्मेदारियां निभाते हैं? : राष्ट्रपति मैक्रों
सारांश
Key Takeaways
- फ्रांस और चीन के बीच साझा जिम्मेदारियां महत्वपूर्ण हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय सहयोग आवश्यक है।
- जलवायु संकट का सामना करने के लिए संयुक्त प्रयास जरूरी है।
- मानविकी और शिक्षा में आदान-प्रदान से सहयोग बढ़ता है।
- दोनों देशों की सभ्यताएं आपसी सम्मान पर आधारित हैं।
बीजिंग, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 5 दिसंबर को चीन के सछ्वान विश्वविद्यालय में एक भाषण के दौरान कहा, "चीन और फ्रांस साझा जिम्मेदारियां निभाते हैं।"
उन्होंने कहा कि फ्रांस और चीन आर्थिक, कूटनीतिक और अन्य क्षेत्रों में समान दृष्टिकोण रखते हैं, और मानविकी, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में आदान-प्रदान के माध्यम से, दोनों पक्ष अपने लोगों के बीच सहयोग को बढ़ावा दे सकते हैं, ताकि एक ऐसी 21वीं सदी का निर्माण किया जा सके, जो हमारे समय की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो।
राष्ट्रपति शी चिनफिंग के निमंत्रण पर मैक्रों 3 दिसंबर की दोपहर चीन की राजकीय यात्रा पर पेइचिंग पहुंचे। 4 दिसंबर की शाम को, मैक्रों अपनी यात्रा जारी रखने के लिए छंगतू पहुंचे और 5 दिसंबर की शाम को, उन्होंने छंगतू से प्रस्थान किया और चीन की अपनी तीन दिवसीय यात्रा समाप्त की।
5 दिसंबर की दोपहर को, मैक्रों ने सछ्वान विश्वविद्यालय का दौरा किया। अपने भाषण में, मैक्रों ने कहा कि दुनिया भू-राजनीतिक उथल-पुथल और जलवायु संकट सहित गहन और जटिल परिवर्तनों का सामना कर रही है। "हम संयुक्त रूप से अपनी जीवनशैली, अपने पर्यावरण और अपने ग्रह के भविष्य से संबंधित गहन परिवर्तन का सामना कर रहे हैं। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, आपसी समझ, संयुक्त सोच और व्यावहारिक चर्चा की आवश्यकता है।"
मैक्रों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य होने के नाते, फ्रांस और चीन एक विशेष मिशन साझा करते हैं। दोनों देशों के अनुभवों के आधार पर, जब तक आपसी सम्मान और समझ के आधार पर सहयोग किया जाता है, तब तक राष्ट्रीय सीमाओं और क्षेत्रों से आगे बढ़ना और साझा जिम्मेदारी की भावना के साथ शांति, समृद्धि और जलवायु एजेंडे को आगे बढ़ाना संभव है।
मैक्रों ने कहा, "मेरा दृढ़ विश्वास है कि चीन और फ्रांस दोनों ही महान सभ्यताओं वाले देश हैं और उनकी नींव आपसी सम्मान, आपसी समझ, मित्रता और प्रेम पर आधारित है।"
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)