क्या रूस के कामचटका में 7.4 तीव्रता का भूकंप आया, सुनामी की चेतावनी क्यों जारी की गई?

सारांश
Key Takeaways
- रूस के कामचटका में 7.4 तीव्रता का भूकंप आया।
- सुनामी की चेतावनी जारी की गई है।
- भूकंप का केंद्र पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से 111 किलोमीटर पूर्व था।
- जापान में नुकसान का कोई खतरा नहीं है।
- स्थानीय निवासियों को ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
मास्को, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। शनिवार को रूस के कामचटका क्षेत्र के पूर्वी तट पर 7.4 तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के अनुसार, यह भूकंप पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की शहर से 111 किलोमीटर (69 मील) पूर्व में, 39.5 किलोमीटर की गहराई पर आया।
भूकंप के बाद, क्षेत्रीय अधिकारियों ने सुनामी की चेतावनी जारी की है। कामचटका क्षेत्र के गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव ने अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा कि सभी को समुद्र तट और अन्य संभावित सुनामी जोखिम वाले क्षेत्रों में जाकर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
गवर्नर ने लोगों से शांति बनाए रखने और आधिकारिक सूचनाओं का पालन करने की अपील की।
जापानी मीडिया के अनुसार, जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि कामचटका के भूकंप से जापान के तट पर मामूली ज्वारीय उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।
रूसी समाचार एजेंसी रिया नोवोस्ती के अनुसार, यह भूकंप 30 जुलाई को कामचटका में आए 8.8 तीव्रता के भूकंप के बाद के झटकों की श्रृंखला का हिस्सा था।
जुलाई में आए भूकंप ने प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों में सुनामी की चेतावनी जारी की थी। यूएसजीएस ने चेतावनी दी थी कि भूकंप के तीन घंटे के भीतर रूस और जापान के तटीय क्षेत्रों में खतरनाक सुनामी लहरें आ सकती हैं।
भूकंप की गहराई 19.3 किलोमीटर (12 मील) थी, जिससे जमीन पर तेज झटके और संभावित सुनामी लहरों का खतरा बढ़ गया था।
तटीय निवासियों से ऊंचे स्थानों पर जाने और स्थानीय आपातकालीन प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की गई है।
भूकंप के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो साझा किए गए, जिनमें तेज झटकों का दृश्य देखा गया। कुछ वीडियो में फर्नीचर हिलते हुए नजर आए, जबकि अन्य में कामचटका क्षेत्र के भवनों में डर और नुकसान के दृश्य दिखाई दिए। स्थानीय समाचारों के अनुसार, बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है, लेकिन पूरा आकलन अभी बाकी है।
यह भूकंप अवाचा खाड़ी के निकट आया, जो प्रशांत अग्नि वलय के साथ स्थित है और इसके भूकंपीय गतिविधि के लिए जाना जाता है, जो विश्व के सबसे सक्रिय टेक्टोनिक क्षेत्रों में से एक है।