क्या जॉर्ज फर्नांडिस का वादा कांग्रेस ने नहीं निभाया? किरेन रिजिजू ने बैराबी-सैरांग रेल लाइन को बताया 'ऐतिहासिक'

Click to start listening
क्या जॉर्ज फर्नांडिस का वादा कांग्रेस ने नहीं निभाया? किरेन रिजिजू ने बैराबी-सैरांग रेल लाइन को बताया 'ऐतिहासिक'

सारांश

पीएम मोदी ने बैराबी-सैरांग रेल लाइन को हरी झंडी दिखाकर मिजोरम के विकास में बड़ा कदम उठाया, जबकि किरेन रिजिजू ने कांग्रेस के अधूरे वादों का उल्लेख किया। जानिए इस ऐतिहासिक दिन के महत्व के बारे में।

Key Takeaways

  • बैराबी-सैरांग रेल लाइन का उद्घाटन मिजोरम के लिए ऐतिहासिक घटना है।
  • यह परियोजना 8,213.72 करोड़ रुपये में पूरी हुई है।
  • केंद्र की 'एक्ट ईस्ट' नीति का यह एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
  • जॉर्ज फर्नांडिस का वादा अब तक अधूरा था, जिसे अब पूरा किया जा रहा है।
  • मिजोरम का योगदान राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण है।

नई दिल्ली, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मिजोरम के निवासियों को एक महत्वपूर्ण उपहार प्रदान किया। उन्होंने बैराबी-सैरांग रेल लाइन का उद्घाटन किया। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इस दिन को 'पूर्वोत्तर के लिए ऐतिहासिक' बताते हुए यह याद दिलाया कि रेलवे विकास के वादे लंबे समय से अधूरे पड़े रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने मिजोरम में जिस 51.38 किलोमीटर लंबे बैराबी–सैरांग रेलवे प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया, वह राज्य के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। देश में रेलवे की शुरुआत को 172 से अधिक वर्ष हो चुके हैं। अब आइजोल औपचारिक रूप से भारत के रेलवे मानचित्र में शामिल हो गया है। यह राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है।

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर तीन नई ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई, जिनमें सैरांग-आनंद विहार (दिल्ली) राजधानी एक्सप्रेस (साप्ताहिक), कोलकाता-सैरांग-कोलकाता एक्सप्रेस (हफ्ते में तीन बार), और गुवाहाटी-सैरांग-गुवाहाटी एक्सप्रेस (दैनिक) शामिल हैं।

इसकी सराहना करते हुए किरेन रिजिजू ने वर्ष 1990 की एक वीडियो क्लिप अपने 'एक्स' अकाउंट पर साझा की, जिसमें तत्कालीन रेल मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस मणिपुर में रेलवे संपर्क बढ़ाने की योजनाओं पर चर्चा कर रहे हैं। फर्नांडिस ने तब कहा था, "हमारी योजना मणिपुर तक रेलवे ले जाने की है और उस पर कुछ काम शुरू भी हो गया है। जहां तक रिजर्वेशन का सवाल है, मैंने यह मामला मुख्यमंत्री के सामने उठाया है और अपनी पहल पर, इंफाल में एक रिजर्वेशन ऑफिस खोलने पर सहमति जताई है।"

रिजिजू ने 'एक्स' पर इस क्लिप को साझा करते हुए लिखा, "आज पूर्वोत्तर के लिए ऐतिहासिक दिन है। वर्ष 1990 में रेल मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस ने मणिपुर के लिए रेलवे की बात की थी। उसके बाद, कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया। अब पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर में रेलवे का परिदृश्य बदल दिया है।"

बैराबी-सैरांग ब्रॉडगेज परियोजना को 2008-2009 में स्वीकृति मिली थी। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के तहत यह परियोजना 8,213.72 करोड़ रुपये की लागत से पूरी हुई है। यह परियोजना केंद्र की 'एक्ट ईस्ट' नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस नीति का उद्देश्य आइजोल को असम के सिलचर और फिर उसे देश के बाकी हिस्सों से जोड़ना है।

पीएम मोदी ने वर्ष 2014 में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी, जिसके बाद वर्ष 2015 में इसका निर्माण कार्य आरंभ हुआ। लगभग एक दशक के कार्य के बाद अंततः इस परियोजना का उद्घाटन हुआ।

लोगों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के निर्माण में मिजोरम के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, "चाहे स्वतंत्रता संग्राम हो या राष्ट्र निर्माण, मिजोरम के लोग हमेशा आगे आकर योगदान देते रहे हैं। बलिदान और सेवा, साहस और करुणा, ये मूल्य मिजो समाज के केंद्र में हैं।"

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "आज मिजोरम भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह देश के लिए, विशेषकर मिजोरम के लोगों के लिए ऐतिहासिक दिन है। आज से आइजोल भारत के रेलवे मानचित्र पर होगा। कुछ वर्ष पहले मुझे आइजोल रेलवे लाइन की आधारशिला रखने का अवसर मिला था और आज हम गर्व से इसे राष्ट्र की जनता को समर्पित कर रहे हैं।"

Point of View

बल्कि यह पूर्वोत्तर भारत के विकास और एकता का प्रतीक है। पीएम मोदी का यह कदम एक नई दिशा की ओर संकेत करता है। हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि कैसे पिछले वर्षों में विभिन्न सरकारों ने पूर्वोत्तर के विकास को नजरअंदाज किया।
NationPress
13/09/2025

Frequently Asked Questions

बैराबी-सैरांग रेल लाइन का उद्घाटन कब हुआ?
बैराबी-सैरांग रेल लाइन का उद्घाटन 13 सितंबर 2023 को पीएम मोदी द्वारा किया गया।
इस परियोजना की लागत क्या है?
इस परियोजना की लागत 8,213.72 करोड़ रुपये है।
किरेन रिजिजू ने इस दिन को कैसे वर्णित किया?
किरेन रिजिजू ने इस दिन को पूर्वोत्तर के लिए ऐतिहासिक बताया।
जॉर्ज फर्नांडिस का क्या वादा था?
जॉर्ज फर्नांडिस ने मणिपुर के लिए रेलवे संपर्क बढ़ाने का वादा किया था।
इस परियोजना का उद्देश्य क्या है?
इस परियोजना का उद्देश्य आइजोल को असम के सिलचर और देश के बाकी हिस्सों से जोड़ना है।