क्या सिडनी में हुआ हमला एक खतरनाक साजिश का नतीजा है?
सारांश
Key Takeaways
- सिडनी में हनुक्का उत्सव के दौरान हुआ हमला गंभीर सुरक्षा चूक को दर्शाता है।
- आतंकी हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट का हाथ होने की संभावना है।
- पुलिस ने हमले के बाद त्वरित कार्रवाई की और संदिग्धों की गिरफ्तारी की।
- इस घटना ने विश्व स्तर पर सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है।
- सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
सिडनी, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के बोंडी बीच पर हुई गोलीबारी के दोनों शूटर पाकिस्तान के निवासी थे। जांच में यह सामने आया है कि लाहौर के पिता-पुत्र ने हनुक्का उत्सव के दौरान भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं, जिससे 15 लोग अपनी जान गंवा बैठे।
रविवार शाम को आठ दिवसीय हनुक्का उत्सव की शुरुआत हुई थी, तभी बोंडी बीच पर उपस्थित लोगों पर दो शूटरों ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। उन्होंने न तो बच्चों को बख्शा और न ही बुजुर्गों को; जो भी सामने आया, उसे गोलियों से भून दिया। इस अफरातफरी के बीच, पुलिस ने मोर्चा संभाला और एक हमलावर को पकड़ लिया। मृतक की पहचान साजिद अकरम (50) के रूप में हुई। न्यू साउथ वेल्स के पुलिस कमिश्नर माल लैन्यन ने कहा कि जवाबी कार्रवाई में साजिद का बेटा नवीद अकरम (24) घायल हुआ।
इस हमले में सबसे कम उम्र की पीड़ित 10 साल की लड़की थी, जिसकी इलाज के दौरान बच्चों के अस्पताल में मौत हो गई। मरने वालों में 87 साल का एक बुजुर्ग भी शामिल था।
जांच टीम ने बताया कि दोनों शूटरों ने हमले से पहले अपने परिवार वालों को बताया था कि वे मछली पकड़ने के लिए दक्षिणी तट पर जा रहे हैं। यह हमला ऑस्ट्रेलिया में लगभग तीन दशकों में सबसे गंभीर मास शूटिंग माना जा रहा है।
यह आश्चर्यजनक है कि यह घटना एक ऐसे देश में हुई है, जो अपनी सख्त बंदूक कानूनों के लिए जाना जाता है। अधिकारियों ने कहा कि नवीद अकरम ऑस्ट्रेलिया में जन्मा नागरिक है। गृहमंत्री टोनी बर्क ने बताया कि साजिद अकरम 1998 में स्टूडेंट वीजा पर ऑस्ट्रेलिया आया था, जिसे 2001 में पार्टनर वीजा और बाद में रेजिडेंट रिटर्न वीजा में बदला गया था।
हमले के बाद, पुलिस ने रविवार रात साउथ-वेस्ट सिडनी के बोनीरिग में शूटरों के घर और कैम्पसी में एक संपत्ति पर छापेमारी की। पुलिस को बोंडी में कैंपबेल परेड पर एक गाड़ी मिली, जिसमें कई इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस थे। कमिश्नर लैन्यन ने कहा, "एक रेस्क्यू बम डिस्पोजल यूनिट वहां है, जो गाड़ी पर काम कर रही है।"
पुलिस अधिकारियों ने इसे एक आतंकी हमला बताया है। कमिश्नर लैन्यन ने कहा कि संदिग्धों के हथियार और कार में विस्फोटक मिले हैं।
ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन की रिपोर्ट के अनुसार, जॉइंट काउंटर टेररिज्म टीम (जेसीटीटी) की जांच में राज्य और संघीय दोनों एजेंसियां शामिल हैं। जेसीटीटी का मानना है कि हमलावरों ने इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह के प्रति वफादारी की शपथ ली थी।
वरिष्ठ अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि बोंडी बीच पर हमलावरों की कार में आईएस के दो झंडे मिले। मौके पर मिले फुटेज में एक झंडा गाड़ी के बोनट पर लगा हुआ दिख रहा था।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि खुफिया एजेंसी एएसआईओ की नजर में नवीद अकरम पहली बार अक्टूबर 2019 में आया था। उसके बाद लगभग छह महीने तक उसकी जांच की गई, लेकिन बाद में अधिकारियों ने पाया कि वह कोई खतरा नहीं है। अधिकारियों के अनुसार, नवीद अकरम का संबंध आईएस आतंकवादी मतारी से था, जो वर्तमान में सात साल की सजा काट रहा है।
मतारी एक आईएस सेल का सदस्य था, जिसमें सिडनी के कई अन्य लोग भी शामिल थे, जिन्हें बाद में आतंकवाद से जुड़े अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया। सूत्रों ने कहा कि ये लोग नवीद अकरम के करीबी थे।
जेसीटीटी में एएसआईओ, न्यू साउथ वेल्स पुलिस, ऑस्ट्रेलियन फेडरल पुलिस और एनएसडब्ल्यू क्राइम कमीशन शामिल हैं। सोमवार सुबह कमिश्नर लैन्योन ने कहा कि साजिद अकरम पिछले 10 सालों से लाइसेंसी हथियार रखते थे।
द सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के अनुसार, नवीद अकरम एक बेरोजगार राजमिस्त्री था, जिसने लगभग दो महीने पहले अपने मालिक के दिवालिया होने के कारण अपनी नौकरी खो दी थी।
अकरम का परिवार 2024 में खरीदे गए तीन बेडरूम वाले घर में रहता है; इससे पहले वे काब्रामाटा में रहते थे। नवीद अपने माता-पिता, 22 साल की बहन और 20 साल के भाई के साथ रहता था।
नवीद की मां वेरीना ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उनके बेटे ने शूटिंग से कुछ घंटे पहले रविवार सुबह परिवार से आखिरी बार संपर्क किया था। उन्होंने कहा कि वह मौके पर ली गई तस्वीरों से अपने बेटे को पहचान नहीं पा रही थीं और जोर देकर कहा कि उन्हें नहीं लगता कि वह हिंसा या कट्टरपंथी गतिविधियों में शामिल हो सकता है।