क्या भारतीय राजदूत ने अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री पॉल कपूर से मुलाकात की?
सारांश
Key Takeaways
- भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों की ओर एक कदम।
- पॉल कपूर की भारत-अमेरिका साझेदारी को बढ़ावा देने पर चर्चा।
- ट्रंप की भारत यात्रा की योजना और उसकी संभावनाएं।
- दक्षिण और मध्य एशिया में सुरक्षा सहयोग पर विचार।
- भारत में पॉल कपूर का जन्म और अमेरिका में पालन-पोषण।
वाशिंगटन, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के अमेरिका में राजदूत विनय क्वात्रा ने अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के सहायक विदेश मंत्री पॉल कपूर से वाशिंगटन स्थित उनके ऑफिस में मुलाकात की। यह उनकी चार दिनों में दूसरी मुलाकात थी।
स्टेट डिपार्टमेंट के दक्षिण और मध्य एशिया विभाग ने ‘एक्स’ पर जानकारी दी कि पॉल कपूर ने क्वात्रा के साथ भारत-अमेरिका साझेदारी को आगे बढ़ाने की दिशा में चर्चा की और आगे भी बातचीत जारी रखने की इच्छा व्यक्त की।
इससे पहले सोमवार को, क्वात्रा ने वाशिंगटन स्थित अपने निवास पर कपूर की मेज़बानी की थी। क्वात्रा ने भी ‘एक्स’ पर लिखा कि उन्होंने पॉल कपूर के साथ भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने पर गहन चर्चा की।
उनकी दूसरी मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह जल्द ही भारत की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना मित्र बताते हुए उनकी सराहना की।
ट्रंप ने कहा, “वह मेरे मित्र हैं और हम बातचीत करते रहते हैं। उन्होंने मुझे आने के लिए आमंत्रित किया है। मैं यात्रा की योजना बनाऊँगा। वह एक महान व्यक्ति हैं।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या यह यात्रा अगले वर्ष संभव है, तो ट्रंप ने जवाब दिया, “संभव है।” उन्होंने 2020 में अपनी भारत यात्रा की याद करते हुए उसे शानदार बताया।
पॉल कपूर एक भारतीय मूल के सुरक्षा विशेषज्ञ हैं। इससे पहले, वे 2020-21 के दौरान स्टेट डिपार्टमेंट में दक्षिण और मध्य एशिया, इंडो-पैसिफिक रणनीति और भारत-अमेरिका संबंधों पर काम कर चुके हैं। वे दोनों देशों के बीच रक्षा और रणनीतिक बातचीत को आगे बढ़ाने में भी सक्रिय रहे हैं।
कपूर ने अपनी नियुक्ति के समय कहा था कि उनका जीवन मानो “एक चक्र पूरा कर रहा है”, क्योंकि उनका जन्म नई दिल्ली में हुआ था, लेकिन उनका पालन-पोषण अमेरिका में हुआ। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनका करियर उन्हें फिर उसी देश से महत्वपूर्ण रूप से जोड़ देगा जहाँ उनका जन्म हुआ था।
भारत और अमेरिका के संबंधों पर बोलते हुए कपूर ने कहा था कि दोनों देशों की कई साझा प्राथमिकताएं हैं — जैसे इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्वतंत्र माहौल बनाए रखना, व्यापार बढ़ाना, तकनीक और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना आदि।
पाकिस्तान के संदर्भ में उन्होंने कहा था कि जहाँ अमेरिका के हितों के अनुरूप होगा, वहाँ सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर विचार किया जाएगा।
यह विभाग दक्षिण और मध्य एशिया क्षेत्र में अमेरिका की सुरक्षा, आर्थिक सहयोग, आतंकवाद-रोधी रणनीति और बुनियादी ढांचे से जुड़े नीतिगत निर्णयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।