क्या रूस का क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी 600 साल बाद फटा?

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क्या रूस का क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी 600 साल बाद फटा?

सारांश

रूस के कामचटका प्रायद्वीप में क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी ने 600 साल बाद विस्फोट किया है। इस घटना ने 6 किलोमीटर ऊँचे राख के गुबार को जन्म दिया, जिससे क्षेत्र में ऑरेंज एविएशन वार्निंग जारी की गई है। यह विस्फोट एक शक्तिशाली भूकंप के कुछ दिनों बाद हुआ, जिससे आपातकाल की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

Key Takeaways

  • क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी 600 साल बाद फटा।
  • विस्फोट से 6 किलोमीटर ऊँचा राख का गुबार उठा।
  • कोई आबादी प्रभावित नहीं हुई।
  • ऑरेंज एविएशन वार्निंग जारी की गई।
  • निवासियों को 10 किलोमीटर दूर रहने की सलाह।

मॉस्को, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। रूस के कामचटका प्रायद्वीप में स्थित क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी ने 600 वर्षों बाद पहली बार विस्फोट किया है, जिससे आसमान में छह किलोमीटर ऊंचा विशाल राख का गुबार उठ गया है। यह जानकारी रूसी विज्ञान अकादमी की यूनिफाइड जियोफिजिकल सर्विस की कामचटका शाखा ने दी।

कामचटका ज्वालामुखी विस्फोट प्रतिक्रिया दल (केवीईआरटी) के अनुसार, रविवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 2:50 बजे विस्फोट की शुरुआत हुई, जिससे प्रारंभ में राख के गुबार उठे जो समुद्र तल से 3 से 4 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंच गए। इसके बाद, राख का गुबार और अधिक बढ़ा और 6,000 मीटर (19,700 फीट) तक पहुंच गया, जिसके कारण क्षेत्र के लिए ऑरेंज एविएशन वार्निंग जारी की गई।

केवीईआरटी की प्रमुख ओल्गा गिरिना ने आरआईए नोवोस्ती को बताया कि क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी में छह सदियों के बाद पहली बार ऐसी गतिविधि देखी गई है। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि राख का गुबार दक्षिण-पूर्व की दिशा में प्रशांत महासागर की ओर बढ़ रहा है।

कामचटका जियोफिजिकल सर्विस ने अपने टेलीग्राम चैनल पर एक आधिकारिक अपडेट में कहा, "क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी के विस्फोट से निकला राख का गुबार समुद्र तल से छह किलोमीटर की ऊंचाई तक दक्षिण-पूर्व की ओर फैल रहा है।"

कामचटका के आपातकालीन मंत्रालय ने भी टेलीग्राम पर एक बयान जारी कर राख के गुबार की दिशा की पुष्टि की। मंत्रालय ने कहा, "यह गुबार ज्वालामुखी से पूर्व की ओर प्रशांत महासागर की ओर फैल रहा है। इसके मार्ग में कोई आबादी वाला क्षेत्र नहीं है, और आबादी वाले इलाकों में कोई राख गिरने की सूचना नहीं मिली है।"

क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से लगभग 200 किलोमीटर उत्तर और क्रोनोट्स्कोय झील से 13 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। यह कामचटका के पूर्वी ज्वालामुखी क्षेत्र का हिस्सा है, जो अपने कई सक्रिय ज्वालामुखियों के लिए जाना जाता है।

यह विस्फोट कामचटका प्रायद्वीप में आए 8.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के कुछ दिनों बाद हुआ, जिसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई और कामचटका और सेवेरो-कुरिल्स्क जिले के कुछ हिस्सों में आपातकाल की घोषणा की गई।

क्षेत्रीय आपातकालीन मंत्रालय द्वारा पहले ही चेतावनी जारी की जा चुकी थी, जिसमें कामचटका में कई सक्रिय ज्वालामुखियों से 6 से 10 किलोमीटर की दूरी पर संभावित राख उत्सर्जन के बारे में आगाह किया गया था।

इस बढ़ी हुई गतिविधि को देखते हुए, निवासियों और पर्यटकों दोनों को इन ज्वालामुखियों के शिखरों से कम से कम 10 किलोमीटर दूर रहने की सलाह दी गई है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि इस तरह की प्राकृतिक घटनाएं न केवल स्थानीय आबादी के लिए बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चिंताजनक होती हैं। हमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से इन खतरों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी का विस्फोट कब हुआ?
क्राशेनिनिकोव ज्वालामुखी का विस्फोट 4 अगस्त को स्थानीय समयानुसार सुबह 2:50 बजे हुआ।
इस विस्फोट से कितनी ऊँचाई तक राख का गुबार उठा?
इस विस्फोट से 6 किलोमीटर (19,700 फीट) ऊँचा राख का गुबार उठा।
क्या इस विस्फोट से किसी आबादी पर प्रभाव पड़ा?
नहीं, मंत्रालय ने पुष्टि की है कि विस्फोट के मार्ग में कोई आबादी वाला क्षेत्र नहीं है।
क्या इस विस्फोट के बाद कोई चेतावनी जारी की गई थी?
हाँ, क्षेत्र के लिए ऑरेंज एविएशन वार्निंग जारी की गई थी।
ज्वालामुखी विस्फोट के बाद लोगों को क्या सलाह दी गई है?
निवासियों और पर्यटकों को ज्वालामुखियों के शिखरों से कम से कम 10 किलोमीटर दूर रहने की सलाह दी गई है।