क्या अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के बिना अफगानिस्तान के भूकंप पीड़ित सर्दी का सामना कर पाएंगे?

सारांश
Key Takeaways
- अफगानिस्तान में भूकंप से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।
- संयुक्त राष्ट्र ने तत्काल सहायता की आवश्यकता जताई है।
- महिलाओं की भूमिका मानवीय सहायता में महत्वपूर्ण है।
- पीड़ितों के पास पुनर्वास के लिए संसाधन नहीं हैं।
- सर्दियों का मौसम आ रहा है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।
काबुल, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूएनएएमए) और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) ने पूर्वी अफगानिस्तान में भूकंप से प्रभावित हजारों परिवारों के लिए एक चेतावनी जारी की है।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि भूकंप से प्रभावित परिवारों को तुरंत अंतर्राष्ट्रीय सहायता की आवश्यकता है। इसके बिना आने वाले सर्दियों में उनका जीवित रहना मुश्किल हो सकता है।
सोमवार को स्थानीय मीडिया ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने भूकंप पीड़ितों के लिए आश्रय, भोजन और स्वास्थ्य सेवाओं की सुनिश्चितता के लिए 139 मिलियन डॉलर (लगभग 1225 करोड़ रुपए) की तत्काल सहायता की आवश्यकता का आह्वान किया है।
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन की प्रमुख रोजा ओटुनबायेवा ने पूरी दुनिया से तात्कालिक मदद की अपील की है। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय जरूरतों को पूरा करने के लिए 139 मिलियन डॉलर की आवश्यकता बताई है।
एक प्रमुख अफगान समाचार एजेंसी खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ओटुनबायेवा ने मानवीय सहायता में महिलाओं की भूमिका के महत्व पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि महिला सहायता कर्मियों पर लगे प्रतिबंधों के कारण पीड़ितों की सहायता करना अत्यधिक कठिन हो गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में महिलाओं की उपस्थिति विशेष रूप से कमजोर महिलाओं और बच्चों तक पहुंचने के लिए महत्वपूर्ण है।
स्थानीय और सहायता अधिकारियों के अनुसार, नांगरहार, कुनार और लघमन प्रांतों में आए 6.0 तीव्रता के भूकंप में सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों घायल और बेघर हो गए। यूएनडीपी ने पीड़ितों के समुदाय-आधारित पुनर्वास पर जोर दिया है, जिसमें काम के बदले नगद राशि वाला कार्यक्रम शामिल है, ताकि बचे लोग मलबा हटाने, आवास पुनर्निर्माण और बुनियादी ढांचे की बहाली में भाग लेकर पैसा कमा सकें।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि भूकंप से पीड़ित गरीब लोगों के पास पुनर्वास के लिए संसाधन नहीं हैं। पीड़ितों में पाकिस्तान और ईरान से हाल ही में लौटे कई लोग भी शामिल हैं।
खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने कहा कि पूर्वी प्रांतों में आए हालिया भूकंप में कम से कम 2,164 लोग मारे गए।
ओसीएचए के 11 सितंबर के अपडेट के अनुसार, भूकंप से जान गंवाने वाले लोगों में 516 महिलाएं, 476 पुरुष, 509 लड़कियां और 663 लड़के शामिल थे।
ओसीएचए ने कहा कि मानवीय एजेंसियों ने अब तक भूकंप प्रभावित 60,800 लोगों को खाद्य सहायता प्रदान की है और इस बात पर जोर दिया है कि कई समुदायों में जरूरतें अब भी बहुत अधिक हैं। भूकंप प्रभावित परिवारों को तंबू या अस्थायी आवास उपलब्ध कराए गए हैं। सीमित संसाधनों के बीच सर्दी का मौसम आ रहा है, इसे देखते हुए निरंतर मानवीय सहायता की तत्काल आवश्यकता है।