क्या इमरान से मिलने के बाद बहन उज्मा ने मानसिक यातना का आरोप लगाया है?
सारांश
Key Takeaways
- उज्मा का बयान राजनीतिक तनाव को दर्शाता है।
- इमरान खान की सुरक्षा पर सवाल उठते हैं।
- असीम मुनीर का नाम जुड़ना स्थिति को और गंभीर बनाता है।
- पार्टी का विरोध प्रदर्शन स्थिति को और बढ़ा सकता है।
- मानवाधिकारों का उल्लंघन एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
रावलपिंडी, २ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात के बाद उनकी बहन उज्जमा ने मीडिया को बताया कि शारीरिक रूप से तो वह ठीक हैं लेकिन उन्हें मानसिक यातना दी जा रही है।
उज्जमा ने मंगलवार को पिंडी के आदियाला जेल में अपने भाई से मुलाकात की। उन्होंने जेल में 20 मिनट बिताए। पीटीआई के आधिकारिक एक्स पोस्ट में एक वीडियो क्लिप है जिसमें जब मीडिया ने उनकी सेहत के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा, "वह ठीक हैं, लेकिन बेहद गुस्से में थे। उन्होंने (इमरान) कहा कि जेल में न किसी से मिलने दिया जाता है, न कोई कम्युनिकेशन है। मुझे मानसिक यातना दी जा रही है, और इसके पीछे असीम मुनीर है।"
असीम मुनीर पाकिस्तानी सेना के प्रमुख हैं।
पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट जियो न्यूज के अनुसार, मुलाकात के बाद अदियाला जेल के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए उज्जमा ने कहा, "मैं अपनी बहनों (अलीमा खान और नोरीन खान) से परामर्श करने के बाद विस्तार से जानकारी दूंगी।"
मंगलवार को ही उज्जमा को इमरान से मिलने की अनुमति दी गई थी। डॉन ने जेल अधिकारियों के हवाले से इसकी जानकारी दी थी। पिछले कुछ हफ्तों से इमरान खान के दल और उनके परिवार ने उनकी खैरियत को लेकर चिंता व्यक्त की थी। कोर्ट के आदेश के बावजूद पार्टी नेतृत्व और उनके परिवार को पूर्व प्रधानमंत्री से मिलने से रोका गया था।
पार्टी ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट (आईएचसी) के बाहर धरना देने और फिर जेल की ओर मार्च करने की चेतावनी दी थी।
मंगलवार को होने वाले प्रदर्शन से पहले, इस्लामाबाद और रावलपिंडी प्रशासन ने दोनों शहरों में धारा 144 लागू कर दी थी।
वास्तव में, मुलाकात के लिए मना करने पर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। पिछले महीने के अंत में खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी को आठवीं बार खान से मिलने की अनुमति नहीं दी गई थी, जबकि उन्होंने 16 घंटे तक धरना दिया था। इसके बाद ही मंगलवार को विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया गया था।