क्या इजरायल ने हिज्बुल्लाह के खिलाफ सैन्य कार्रवाई तेज करने की चेतावनी दी?
सारांश
Key Takeaways
- इजरायल ने हिज्बुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई तेज करने की चेतावनी दी है।
- लेबनान के राष्ट्रपति हिज्बुल्लाह के निरस्त्रीकरण में रुकावट डाल रहे हैं।
- आईडीएफ ने हिज्बुल्लाह के चार सदस्यों को मार गिराने की पुष्टि की है।
- दक्षिणी लेबनान में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
- हिज्बुल्लाह के खिलाफ इजरायल की कार्रवाई का असर क्षेत्र पर पड़ सकता है।
नई दिल्ली, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्लाह के खिलाफ सैन्य कार्रवाई तेज करने की चेतावनी दी है। इजरायली मीडिया के अनुसार, काट्ज ने बताया कि लेबनान के राष्ट्रपति हिज्बुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई में रुकावट डाल रहे हैं।
सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच, काट्ज ने हिज्बुल्लाह पर आरोप लगाया कि वह आग से खेल रहा है और लेबनान सरकार से निरस्त्रीकरण समझौते को लागू करने और इस समूह को दक्षिण से हटाने का अनुरोध किया है।
काट्ज ने कहा कि लेबनान के राष्ट्रपति जोसेफ औन हिज्बुल्लाह आतंकवादी समूह को निरस्त्र करने के प्रयासों में बाधा डाल रहे हैं। यदि बेरूत आतंकवादी समूह को निरस्त्र नहीं करता है, तो इजरायल कार्रवाई करेगा।
काट्ज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "हिज्बुल्लाह आग से खेल रहा है और लेबनानी राष्ट्रपति टालमटोल कर रहे हैं। हिज्बुल्लाह को निरस्त्र करने की और उसे दक्षिणी लेबनान से हटाने की लेबनानी सरकार की प्रतिबद्धता को पूरा किया जाना चाहिए। अधिकतम प्रवर्तन जारी रहेगा और गहरा होगा। हम उत्तरी क्षेत्र के निवासियों के लिए कोई खतरा नहीं होने देंगे।"
इस बीच, आईडीएफ ने पुष्टि की है कि उसने शनिवार रात एक हमले में हिज्बुल्लाह के एक वरिष्ठ अधिकारी और तीन अन्य सदस्यों को मार गिराया।
लेबानन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस हमले के संदर्भ में बताया कि शनिवार रात नबातियेह जिले में हुए इजरायली हवाई हमले में चार लोग मारे गए और तीन घायल हो गए। लेबनानी मीडिया के अनुसार, रात लगभग 10:30 बजे एक इजरायली मिसाइल एक कार पर गिरी।
शनिवार को दक्षिणी लेबनान में किए गए हमले को लेकर आईडीएफ ने कहा कि कफर रौम्माने में हुए हमले का मुख्य निशाना बल का रसद प्रमुख था। हालांकि, इजरायली डिफेंस फोर्स ने उस व्यक्ति का नाम नहीं बताया, लेकिन कहा कि वह दक्षिणी लेबनान में हथियारों के हस्तांतरण और आतंकवादी ढांचे को फिर से स्थापित करने के प्रयासों में शामिल था।
आईडीएफ का कहना है कि हमले में मारे गए तीन अन्य लोग भी बल के सदस्य थे और उनकी गतिविधियां युद्धविराम का उल्लंघन हैं। लेबानन मीडिया ने चारों के नाम जवाद जाबेर, हादी हामिद, अब्दुल्ला काहिल और मुहम्मद काहिल बताए हैं।