क्या इजरायल शिन बेट के नए प्रमुख की नियुक्ति पर बवाल मचा?

सारांश
Key Takeaways
- इजरायल के सुप्रीम कोर्ट में शिन बेट प्रमुख की नियुक्ति पर विवाद खड़ा हुआ।
- प्रधानमंत्री नेतन्याहू की नियुक्तियों पर उठे सवाल।
- अटॉर्नी जनरल ने हितों के टकराव को बताया कारण।
- कोर्ट में कार्यवाही के दौरान हुआ बवाल।
- राजनीतिक स्थिरता पर पड़ सकता है असर।
यरूशलम, 1 जुलाई, राष्ट्र प्रेस। मंगलवार को यरूशलम के सुप्रीम कोर्ट में एक महत्वपूर्ण सुनवाई के दौरान तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हुई। यह मामला इजरायल की सुरक्षा एजेंसी शिन बेट के नए प्रमुख की नियुक्ति से संबंधित था, जिसमें प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की भूमिका पर प्रश्न उठाए जा रहे थे。
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल की अटॉर्नी जनरल गली बहारव-मिआरा ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू शिन बेट के प्रमुख की नियुक्ति नहीं कर सकते। उनका कहना था कि यह कदम "हितों के टकराव" के अंतर्गत आता है।
इसके अलावा, कतरगेट और लीक दस्तावेजों की जांच शिन बेट और पुलिस द्वारा की जा रही है, जिसमें प्रधानमंत्री के करीबी सहयोगियों का नाम शामिल है। इसलिए, नेतन्याहू द्वारा इस जांच एजेंसी के प्रमुख की नियुक्ति उचित नहीं मानी गई है।
इससे संबंधित कोर्ट में दायर याचिकाओं की सुनवाई के दौरान माहौल गरम हो गया। जैसे ही कोर्ट की कार्रवाई शुरू हुई, सुप्रीम कोर्ट के अध्यक्ष जस्टिस यित्ज़ाक अमित ने चेतावनी दी कि कोई भी व्यक्ति कार्यवाही में बाधा डालता है, उसे बाहर निकाला जाएगा।
हालांकि, जब जस्टिस कतरगेट जांच की स्थिति जानने के लिए जा रहे थे, तभी एक व्यक्ति ने जस्टिस अमित पर चिल्लाना शुरू कर दिया। उसे सुरक्षा कर्मियों द्वारा तुरंत कोर्ट रूम से बाहर ले जाया गया। उसकी बात पूरी तरह से समझ में नहीं आई, लेकिन कोर्ट में मौजूद कई लोगों ने "शर्म करो" जैसे नारे लगाए।