क्या इटली के उप प्रधानमंत्री की भारत यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों में सुधार होगा?

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क्या इटली के उप प्रधानमंत्री की भारत यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों में सुधार होगा?

सारांश

इटली के उप-प्रधानमंत्री एंटोनियो तजानी की भारत यात्रा ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। क्या इससे भारतीय और इटालियन निवेश में वृद्धि होगी? जानें इस यात्रा के हर पहलू के बारे में।

Key Takeaways

  • भारत और इटली के बीच द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने की कोशिशें।
  • संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना 2025-29 पर चर्चा।
  • निवेश के नए अवसरों की खोज।
  • सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों की मजबूती।
  • ईयू के साथ सहयोग में वृद्धि।

नई दिल्ली, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। इटली के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने भारत में तीन दिवसीय आधिकारिक दौरा किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके पश्चात, वे भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मिले।

एस जयशंकर के साथ बैठक में इटली के डिप्टी पीएम ने भारत-इटली द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए रणनीतिक और भविष्य के सामान्य कार्यों पर गहन चर्चा की।

डिप्टी पीएम ने आशा व्यक्त की कि दोनों देश एक-दूसरे के क्षेत्र में निवेश के अधिक अवसर उत्पन्न करने के लिए मिलकर प्रयास करेंगे।

विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात के बाद, डिप्टी पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "दिल्ली में मेरे दोस्त डॉ. एस जयशंकर के साथ मेरी बहुत अच्छी बैठक हुई। हमने अपने द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए एक रणनीतिक और भविष्य के सामान्य कार्य पर चर्चा की। आइए, हम एक-दूसरे के देश में अधिक से अधिक निवेश करें।"

बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना 2025-29 के तहत राजनीतिक, रक्षा, तकनीकी और नवाचार, समुद्री, गतिशीलता, अंतरिक्ष, व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा की। दोनों मंत्रियों ने क्षेत्रीय, वैश्विक और बहुपक्षीय विकास पर भी चर्चा की।

इटली के डिप्टी पीएम के साथ बैठक के बारे में जयशंकर ने एक्स पर लिखा, "नई दिल्ली में इटली के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी से मिलकर खुशी हुई। हमने संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना 2025-29 के तहत राजनीतिक, रक्षा, तकनीकी और नवाचार, समुद्री, गतिशीलता, अंतरिक्ष, व्यापार और निवेश में प्रगति का पुनरावलोकन किया। आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने के लिए संयुक्त प्रयासों की भी सराहना की। ईयू के साथ हमारे सहयोग और अन्य क्षेत्रों, वैश्विक और बहुपक्षीय विकास पर चर्चा की।"

तजानी ने गुरुवार को मुंबई में ईशा फाउंडेशन के संस्थापक जग्गी वासुदेव (सद्गुरु) से मुलाकात की। अपनी बैठक के बाद, सद्गुरु ने एक्स पर पोस्ट किया, "इटली और भारत के बीच दो हजार साल पुरानी एक गहरी मित्रता है, और यह बहुत अच्छी बात है कि दोनों देश इस संबंध को जीवित और मजबूत रखने का प्रयास कर रहे हैं। हमारे प्रिय मित्र डिप्टी पीएम एंटोनियो तजानी भारत की समृद्ध संस्कृति की विरासत का बहुत सम्मान करते हैं और उसकी सराहना करते हैं।"

तजानी ने गुरुवार को मुंबई में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का भी दौरा किया।

Point of View

जो कि न केवल आर्थिक बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यह कदम वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करेगा।
NationPress
11/12/2025

Frequently Asked Questions

इटली के उप-प्रधानमंत्री की भारत यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्या था?
उनका मुख्य उद्देश्य भारत-इटली द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और निवेश के अवसर बढ़ाना था।
कौन-कौन से प्रमुख नेताओं से तजानी ने मुलाकात की?
तजानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की।
इस यात्रा के दौरान किन विषयों पर चर्चा की गई?
राजनीतिक, रक्षा, तकनीकी और व्यापार के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की गई।
क्या इस यात्रा से भारत-इटली संबंधों में सुधार होगा?
यह यात्रा संबंधों को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जिससे सुधार की संभावनाएँ बढ़ती हैं।
तजानी ने किस फाउंडेशन के संस्थापक से मुलाकात की?
तजानी ने मुंबई में ईशा फाउंडेशन के संस्थापक जग्गी वासुदेव से मुलाकात की।
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