क्या खार्तूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ड्रोन हमला हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- ड्रोन हमला खार्तूम हवाई अड्डे पर हुआ।
- घरेलू उड़ानें फिर से शुरू होने से पहले ही हमला किया गया।
- हवाई अड्डे पर सुरक्षा को बढ़ाया गया है।
- संघर्ष के कारण सूडान में स्थिति गंभीर है।
- मानवीय संकट बढ़ रहा है।
खार्तूम, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। खार्तूम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और सूडानी राजधानी के कई क्षेत्रों में मंगलवार सुबह ड्रोन से हमला किया गया। यह हमला हवाई अड्डे से घरेलू उड़ानें फिर से शुरू होने से ठीक एक दिन पहले किया गया।
एक सैन्य सूत्र ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, "आज भोर में खार्तूम हवाई अड्डे पर पांच आत्मघाती ड्रोन के जरिए हमला किया गया।" सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "जमीन पर स्थित विमान-रोधी प्रणालियों ने सभी ड्रोन मार गिराए जिससे सीमित नुकसान हुआ।"
हवाई अड्डे के एक अन्य सूत्र ने बताया कि हमले में कई कर्मचारियों और एक नागरिक सुरक्षा अधिकारी को मामूली चोटें आईं।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, राजधानी के विभिन्न इलाकों में कई जगह विस्फोट हुए जिनकी उन्होंने आवाजें सुनीं। पूर्वी नील क्षेत्र के एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, "हमने लगभग 11 ड्रोनों की आवाजें सुनीं, जिसके बाद लगातार विस्फोट हुए।"
हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
सोमवार को, सूडानी नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने घोषणा की कि खार्तूम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बुधवार से घरेलू उड़ानें फिर से शुरू करेगा।
चल रहे संघर्ष के दौरान हवाई अड्डे को भारी नुकसान हुआ है, और 15 अप्रैल, 2023 को युद्ध शुरू होने पर अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के सबसे पहले हमला किए गए ठिकानों में से एक यह था।
मई में सेना के खार्तूम पर पूर्ण नियंत्रण हासिल करने के बाद से, अधिकारी हवाई अड्डे को व्यवस्थित करने में जुटे हैं। पुननिर्माण कार्य जारी है।
पूर्वी सूडान और खार्तूम के बीच हवाई क्षेत्र को फिर से खोलने के संबंध में जल्द ही घोषणा होने की उम्मीद है, जो संघर्ष शुरू होने के बाद से बंद है।
देश के पूर्व में स्थित पोर्ट सूडान अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए एकमात्र चालू केंद्र बना हुआ है, जबकि कुछ स्थानीय हवाई अड्डे सीमित आधार पर संचालित हो रहे हैं।
सूडान, सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के बीच एक विनाशकारी संघर्ष में फंसा हुआ है, जो अप्रैल 2023 में शुरू हुआ था। युद्ध में हजारों लोग मारे गए हैं और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं, जिससे देश में मानवीय संकट और गहरा गया है।