क्या पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आईईडी ब्लास्ट ने तीन पुलिसकर्मियों की जान ले ली?
सारांश
Key Takeaways
- खैबर पख्तूनख्वा में आईईडी ब्लास्ट ने तीन पुलिसकर्मियों की जान ले ली।
- इस हमले में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर भी शामिल था।
- सुरक्षा बल हमलावरों की खोज कर रहे हैं।
- पाकिस्तान में आतंकवाद की गतिविधियाँ बढ़ रही हैं।
- पिछले साल के मुकाबले हिंसा में 46% की बढ़ोतरी हुई है।
इस्लामाबाद, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान क्षेत्र में बुधवार को एक बम धमाके ने खौफ फैला दिया। इस हमले में एक पुलिस वाहन को निशाना बनाया गया, जिसमें असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) सहित तीन पुलिसकर्मी अपनी जान गंवाए। यह जानकारी स्थानीय मीडिया ने जिला पुलिस प्रवक्ता याकूब ज़ुल्करनैन के हवाले से दी। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को भी केपी में एक धमाके में एक असिस्टेंट कमिश्नर की मौत हुई थी।
ज़ुल्करनैन ने बताया, "हमले में पनियाला इलाके में एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का उपयोग किया गया था।"
प्रमुख मीडिया स्रोत डॉन के अनुसार, पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि हमले में एएसआई गुल आलम, कांस्टेबल रफीक, और मोबाइल वैन के ड्राइवर के निधन हो गया, जबकि एक अन्य कांस्टेबल को कोई चोट नहीं आई।
सुरक्षा बलों ने घटनास्थल को घेर लिया और एक सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। प्रवक्ता ने कहा, "पुलिस हमलावरों की खोज में जुटी हुई है और मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है।"
डीआई खान के डीपीओ सज्जाद अहमद साहिबजादा के दफ्तर से जारी एक बयान में कहा गया कि यह हमला "अज्ञात आतंकवादियों" ने किया।
बयान में कहा गया कि डीपीओ ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "आतंकवादियों ने कायरतापूर्ण हमला किया है, लेकिन ऐसी हरकतें पुलिस का हौसला कम नहीं कर सकतीं।"
एक दिन पहले ही खैबर पख्तूनख्वा में नॉर्थ वजीरिस्तान के असिस्टेंट कमिश्नर शाह वली खान के काफिले पर हमला हुआ था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी।
शाह वली खान अपनी टीम के साथ बन्नू-मीरनशाह रोड पर जा रहे थे, तभी हमलावरों ने मासूमाबाद ममंदखेल के पास उनके काफिले पर हमला किया। उनकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि हमले में उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस वाले और एक राहगीर भी मारे गए।
इस घटना में शाह वली खान के सुरक्षा स्टाफ के दो सदस्यों और काफिले के ड्राइवर समेत तीन लोग घायल हुए थे। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
पाकिस्तान में पिछले साल, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में सत्ता विरोधी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी गई है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने नवंबर 2022 में सरकार के साथ सीजफायर समझौता खत्म होने के बाद हमले तेज कर दिए हैं।
सोमवार को, खैबर पख्तूनख्वा के लक्की मरवत जिले में एक सुरक्षा गाड़ी को निशाना बनाकर किए गए एक सुसाइड ब्लास्ट में एक पुलिस वाला मारा गया और तीन अन्य घायल हो गए।
इस बीच, इस्लामाबाद के सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (सीआरएसएस) ने अपनी नवीनतम सुरक्षा रिपोर्ट में बताया कि पाकिस्तान में 2025 की तीसरी तिमाही में सुरक्षा क्षेत्र में कुल हिंसा में 46 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान पाकिस्तान में 901 मौतें हुईं और 599 लोग घायल हुए, जिनमें आम लोग, सुरक्षा कर्मी, और अपराधी भी शामिल हैं।