क्या किरिबाती ने दुनिया को पीछे छोड़कर 2026 में नया साल मनाया?
सारांश
Key Takeaways
- किरिबाती ने 2026 में नए साल का पहला जश्न मनाया।
- यह द्वीप देश 33 एटोलों से बना है।
- किरिबाती ने टाइम जोन में बदलाव किया है।
- न्यूजीलैंड ने भी नए साल का स्वागत आतिशबाजी से किया।
नई दिल्ली, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दुनिया के एक छोटे द्वीप राष्ट्र किरिबाती ने नए साल का स्वागत शानदार तरीके से किया है। यहां लोग भारत से करीब साढ़े आठ घंटे पहले नए साल के जश्न में डूबे हुए थे।
किरिबाती 33 एटोल (गोलाकार कोरल रीफ) से बना हुआ है और यह प्रशांत महासागर के 3.5 मिलियन वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैला है।
1994 में, किरिबाती—जिसका उच्चारण 'किरिबास' किया जाता है—ने अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा के पार टाइम जोन में बदलाव किया, ताकि सभी 33 द्वीपों पर एक ही तारीख हो (पहले कुछ द्वीप अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा के पूर्वी तरफ थे)।
प्रशांत द्वीप देशों समोआ, टोंगा, और टोकेलाऊ ने भी जश्न के साथ 2026 का स्वागत किया।
इसके बाद न्यूजीलैंड ने नए साल का स्वागत आतिशबाजी के साथ किया, जहां ऑकलैंड ने स्काई टॉवर पर रंगीन आतिशबाजी के साथ नए साल को रोशन किया।
पांच मिनट के इस शो में 240 मीटर (787 फीट) ऊंचे टॉवर की विभिन्न मंजिलों से 3,500 पटाखे चलाए गए।
आइए जानते हैं कि जब दुनिया के कुछ देश हमसे पहले नए साल का जश्न मनाते हैं, तो हम और कितने घंटों का इंतजार करते हैं।
जब किरिबाती ने नए साल का पहला दिन मनाया, तब भारत में दोपहर के 3:30 बजे थे। न्यूजीलैंड हमसे करीब साढ़े छह घंटे पहले और ऑस्ट्रेलिया साढ़े पांच घंटे पहले (भारत में तब साढ़े छह बजते हैं) नए साल की खुशियां मनाते हैं। जापान साढ़े तीन घंटे पहले, थाईलैंड डेढ़ घंटे पहले, बांग्लादेश हमसे आधे घंटे पहले, और नेपाल महज 15 मिनट पहले नूतन वर्ष का स्वागत करता है।