क्या अमेरिका वेनेजुएला में ड्रग तस्करों पर जमीन से हमला करने जा रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप का कहना है कि वेनेजुएला में जमीन से हमले शुरू होंगे।
- समुद्र के रास्ते तस्करी को लगभग 85% रोक दिया गया है।
- पेंटागन ने हाल ही में कई हमले किए हैं।
- वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने अमेरिका के आरोपों का खंडन किया है।
वॉशिंगटन, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वेनेजुएला पर जल्द ही हमले के संकेत दिए हैं। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में आयोजित कैबिनेट मीटिंग में बताया कि उनकी सरकार जल्द ही ड्रग तस्करों को निशाना बनाते हुए जमीनी हमले शुरू करेगी।
उन्होंने कहा, "हम ज़मीन पर ये हमले प्रारंभ करने जा रहे हैं। ज़मीन पर हमला करना काफी सरल है और हमें पता है कि ड्रग तस्कर किन रास्तों का उपयोग करते हैं।"
गुरुवार रात, ट्रंप ने अमेरिकी सैनिकों को दिए अपने थैंक्सगिविंग भाषण में एयर फोर्स के 7वें बॉम्ब विंग की वेनेज़ुएला के ड्रग तस्करों को रोकने के लिए सराहना की। उल्लेखनीय है कि यह बॉम्ब विंग अमेरिकी वायु सेना की एक महत्वपूर्ण सैन्य इकाई है, जो बम गिराने वाले विमानों का संचालन करती है।
अपने संबोधन में, राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "समुद्र के रास्ते लगभग 85 प्रतिशत तस्करी को हम रोक चुके हैं और अब हम उन्हें ज़मीन के रास्ते रोकना शुरू करेंगे।"
न्यूज़ एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, 2 सितंबर से पेंटागन ने कैरिबियन और पूर्वी प्रशांत महासागर में ड्रग तस्करी से संबंधित जहाजों पर कम से कम 21 ज्ञात हमले किए हैं। इन हमलों में जहाज पर सवार कम से कम 83 लोग मारे गए हैं।
पिछले कुछ महीनों में, वॉशिंगटन ने यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड जैसे करीब एक दर्जन युद्धपोतों और लगभग 15,000 सैनिकों को कैरिबियन सागर में तैनात किया है। यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड एक बड़ा एयरक्राफ्ट कैरियर है।
इसकी कोस्टलाइन का एक बड़ा हिस्सा वेनेजुएला से मिलता है। इस क्षेत्र में पिछले तीन दशकों में इतनी बड़ी संख्या में अमेरिकी सैनिकों की तैनाती नहीं देखी गई।
कई अमेरिकी सांसदों और आलोचकों ने सवाल उठाया है कि क्या वास्तव में काउंटर नारकोटिक्स ही अमेरिका का एकमात्र उद्देश्य है? इसके साथ ही, उन्होंने यह भी पूछा कि क्या कैरिबियन सागर में अमेरिकी सैन्य हमले कानूनी हैं?
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने ड्रग्स के धंधे से किसी भी संबंध से इनकार किया है। मादुरो ने ट्रंप पर आरोप लगाया है कि वह उनके देश में सरकार बदलने के उद्देश्य से युद्ध की साजिश रच रहे हैं।