क्या थाई सेना ने सभी चिन्हित इलाकों पर नियंत्रण कर लिया है?
सारांश
Key Takeaways
- थाई सेना ने सभी चिन्हित क्षेत्रों पर नियंत्रण स्थापित किया है।
- कंबोडिया की सेना को पीछे हटने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
- स्थिति की कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
- 34 थाई नागरिकों की मौत हो चुकी है।
- अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हो रहा है।
बैंकॉक, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। थाईलैंड के प्रधानमंत्री अनुतिन चार्नविराकुल ने कहा है कि थाई सेना ने लगभग सभी चिन्हित इलाकों पर नियंत्रण हासिल कर लिया है और अब कंबोडिया की सेना को पीछे हटने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इन क्षेत्रों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि भविष्य में कोई भी झड़प न हो।
सुरिन प्रांत में थाई मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में अनुतिन ने बताया कि उन्होंने विदेश मंत्रालय को निर्देश दिया है कि सोमवार को आसियान के विदेश मंत्रियों की विशेष बैठक में थाईलैंड का पक्ष स्पष्टता से रखा जाए। न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, उन्होंने जोर देकर कहा कि थाईलैंड ने किसी भी समझौते का उल्लंघन नहीं किया है और न ही वह आक्रामक पक्ष है। सरकार द्वारा उठाए गए सभी कदम देश की संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा के लिए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि थाईलैंड हमेशा अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों का पालन करता आया है और स्थिति को और अधिक बिगड़ने से रोकने का प्रयास कर रहा है।
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हाल ही में हुए संघर्ष में अब तक 34 थाई नागरिकों की जान जा चुकी है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सुरसंत कोंगसिरी ने बताया कि सीमा पर झड़पों की घटनाएं अब धीरे-धीरे कम हो रही हैं। कुछ क्षेत्रों में लोग अपने घर लौटने लगे हैं और राहत शिविरों की संख्या भी कम की गई है।
थाई मीडिया के अनुसार, रविवार को कंबोडिया की सेना ने थाईलैंड के सा काओ प्रांत के सीमावर्ती क्षेत्रों में गोलाबारी जारी रखी। इसके बाद अरण्यप्रथेट जिले के अधिकारियों को निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए एक आवश्यक नोटिस जारी करना पड़ा।
रॉयल थाई नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि रविवार को त्रात प्रांत के बान नोंग री इलाके में एक अभियान के दौरान एक मरीन सैनिक लैंडमाइन पर पैर पड़ने से घायल हो गया।
प्रवक्ता ने कहा कि यह घटना दिखाती है कि कंबोडिया की ओर से अब भी लैंडमाइन का उपयोग किया जा रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है।