क्या ट्रंप ने 'एंटीफा' को आतंकवादी संगठन घोषित किया? जानें इसके पीछे की सच्चाई
सारांश
Key Takeaways
- डोनाल्ड ट्रंप ने 'एंटीफा' को आतंकवादी संगठन घोषित किया है।
- यह संगठन नस्लवाद और फासीवाद के खिलाफ सक्रियता में शामिल है।
- अतीत में एंटीफा ने कई हिंसक विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया है।
- ट्रंप का यह कदम उनके राजनीतिक दृष्टिकोण का हिस्सा है।
- संगठन के सदस्य खुद को एक विरोध परंपरा का हिस्सा मानते हैं।
नई दिल्ली, १८ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने करीबी सहयोगी और दक्षिणपंथी राजनीतिक कार्यकर्ता चार्ली किर्क की हत्या के बाद एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। ट्रंप ने यह घोषणा की है कि वे वामपंथी समूह 'एंटीफा' को 'एक प्रमुख आतंकवादी संगठन' के रूप में मान्यता दे रहे हैं। इसके साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी कि इसे वित्तपोषित करने वालों की 'कानूनी मानकों और प्रक्रियाओं के अनुसार' जांच की जाएगी।
'एंटीफा' को लेकर यह कहा जाता है कि यह कट्टरपंथी नेताओं का एक गुप्त समूह है, जो हाल के वर्षों में उभरा है। इसके आधिकारिक नेताओं की जानकारी बहुत कम है। इसके सदस्य, अक्सर काले कपड़े पहने, नस्लवाद, अति-दक्षिणपंथी मूल्यों और जिसे वे फासीवाद मानते हैं, के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं और कभी-कभी हिंसक रणनीति को आत्मरक्षा के रूप में उचित ठहराते हैं।
'एंटीफा' के सदस्य खुद को एक विरोध परंपरा का हिस्सा मानते हैं, जो द्वितीय विश्व युद्ध से पहले नाजी जर्मनी और फासीवादी इटली के विरोधी समूहों से जुड़ी है।
अमेरिकी 'एंटीफा' सक्रियता की जड़ें 1980 के दशक में नस्लवादी स्किनहेड्स और कू क्लक्स क्लान के सदस्यों की गतिविधियों का विरोध करते हुए बने नस्लवाद-विरोधी समूहों से जुड़ी हैं।
अगस्त 2017 में संयुक्त राज्य अमेरिका में 'एंटीफा' को वह समय प्रमुखता मिली जब वर्जीनिया के चार्लोट्सविले में श्वेत वर्चस्ववादियों और उनके विरोधियों के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं।
पिछले कुछ वर्षों में, यह संगठन विरोध प्रदर्शनों और रैलियों में, विशेषकर उन रैलियों में, जिनमें अति-दक्षिणपंथी सदस्य शामिल होते हैं, तेजी से सक्रिय हो रहे हैं।
जून 2016 में 'एंटीफा' और अन्य प्रदर्शनकारियों ने कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में एक रैली का विरोध किया, जिसमें कम से कम 5 लोगों को चाकू मारा गया।
इसके बाद फरवरी, मार्च और अप्रैल 2017 में, 'एंटीफा' सदस्यों ने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले में अति-दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारियों पर हमला किया।
इसी तरह जुलाई 2019 में 'एंटीफा' से जुड़े विलियम वैन स्प्रोन्सन ने वाशिंगटन के टैकोमा में एक कार्यालय पर बमबारी का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसे मार गिराया।
यहां तक कि 2020 में जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के विरोध के बीच भी ट्रंप ने 'एंटीफा' को एक आतंकवादी संगठन के रूप में नामित करने का उल्लेख किया था।
सिर्फ यही नहीं, डोनाल्ड ट्रंप अपने पहले कार्यकाल से ही कई घटनाओं को लेकर 'एंटीफा' को दोषी मानते रहे हैं।
अपने करीबी चार्ली किर्क की हत्या के बाद ट्रंप ने 'एंटीफा' पर बड़ी कार्रवाई की है।