क्या चीनी पीएम ली छ्यांग ने साइप्रस के राष्ट्रपति क्रिस्टोडोलिडेस से मुलाकात की?

सारांश
Key Takeaways
- ली छ्यांग और क्रिस्टोडोलिडेस की मुलाकात से द्विपक्षीय संबंधों में मजबूती आएगी।
- दोनों देशों के बीच व्यापार और सहयोग के नए रास्ते खुल सकते हैं।
- साइप्रस, एक चीन नीति का पालन कर रहा है।
- ग्लोबल गवर्नेंस में साइप्रस की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया गया।
- साइप्रस, ईयू और चीन के बीच वार्ता को बढ़ावा देने के लिए तत्पर है।
बीजिंग, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने स्थानीय समयानुसार 25 सितंबर को न्यूयार्क में साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडोलिडेस से भेंट की।
ली छ्यांग ने बताया कि चीन और साइप्रस के बीच गहरी मित्रता का इतिहास है। चीन, साइप्रस के साथ परंपरागत संबंधों को मजबूत करने के लिए उच्चस्तरीय संवाद को बढ़ावा देने और पारस्परिक सम्मान, विश्वास, खुलापन और सहयोग की भावना के साथ द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तत्पर है।
दोनों पक्षों को विकास रणनीतियों के समन्वय से व्यापार, जहाजरानी, स्वच्छ ऊर्जा और संस्कृति के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाना चाहिए। चीन, साइप्रस के साथ बहुपरकारी समन्वय को भी मजबूत करना चाहता है और साइप्रस के सक्रिय वैश्विक शासन पहलों में भाग लेने का स्वागत करता है।
क्रिस्टोडोलिडेस ने कहा कि साइप्रस एक चीन नीति का पालन करता है और चीन के साथ उच्चस्तरीय आवाजाही को मजबूत करने, विभिन्न क्षेत्रों में आदान-प्रदान एवं सहयोग को बढ़ाने और बहुपरकारी समन्वय को मजबूत करने की उम्मीद करता है। साइप्रस, ईयू और चीन के बीच वार्ता एवं सहयोग को बढ़ाने के लिए तत्पर है।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)