क्या ली छ्यांग ने मिस्र के प्रधानमंत्री के साथ वार्ता की?

सारांश
Key Takeaways
- चीन-मिस्र संबंधों में वृद्धि
- नई ऊर्जा में सहयोग
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ाना
- बुनियादी ढांचे में सुधार
- व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना
बीजिंग, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। काहिरा में चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने 10 जुलाई 2025 को मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली के साथ एक उच्च स्तरीय वार्ता का आयोजन किया। इस वार्ता के उपरांत, दोनों प्रधानमंत्रियों ने ई-कॉमर्स, हरित और निम्न-कार्बन विकास, सहायता, वित्त, और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए समारोह में भाग लिया।
इस वार्ता के दौरान, ली छ्यांग ने यह स्पष्ट किया कि चीन, मिस्र के साथ अपनी विकास रणनीतियों को जोड़ने के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने “बेल्ट एंड रोड” पहल के तहत उच्च-गुणवत्ता वाले सहयोग को बढ़ावा देने, निवेश और व्यापार दक्षता में सुधार करने, और नई ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, तथा डिजिटल अर्थव्यवस्था जैसे उभरते क्षेत्रों में साझेदारी को विस्तारित करने की इच्छा व्यक्त की। इसके अलावा, उन्होंने लोगों की आजीविका में सुधार के लिए परियोजनाओं को लागू करने और नए आर्थिक विकास के अवसरों की खोज पर भी जोर दिया।
वहीं, मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली ने अपने संबोधन में कहा कि दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के नेतृत्व में मिस्र-चीन संबंध अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गए हैं। उन्होंने एक-चीन सिद्धांत के प्रति मिस्र की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया और राजनीतिक विश्वास को और गहरा करने की इच्छा जताई। मदबौली ने अर्थव्यवस्था, व्यापार, बुनियादी ढांचे, और नई ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने सांस्कृतिक और मानवता के आदान-प्रदान को बढ़ाने तथा बहुपक्षीय सहयोग को और गहन करने की आवश्यकता पर बल दिया।
इसी दिन, ली छ्यांग ने काहिरा में मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी से भी मुलाकात की।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)