क्या ब्राजील यात्रा पर नौसेना प्रमुख से द्विपक्षीय वार्ताएं होंगी?
सारांश
Key Takeaways
- ब्राजील यात्रा से समुद्री सहयोग को मजबूती मिलेगी।
- द्विपक्षीय वार्ताओं में नए सहयोग के अवसरों की पहचान होगी।
- नौसेना प्रमुख का दौरा तकनीकी समझ को बढ़ावा देगा।
- दक्षिण-दक्षिण सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा होगी।
- इस यात्रा से सुरक्षा और स्थिरता में योगदान मिलेगा।
नई दिल्ली, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी 9 दिसंबर से ब्राजील की आधिकारिक यात्रा पर हैं। उनका यह दौरा 12 दिसंबर तक जारी रहेगा। नौसेना के अनुसार, इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारतीय नौसेना और ब्राजीलियाई नौसेना के बीच मजबूत एवं विकसित समुद्री सहयोग को और सुदृढ़ करना है। यह समुद्री सहयोग भारत-ब्राजील की रणनीतिक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।
अपने प्रवास के दौरान, नौसेना प्रमुख ब्राजील के शीर्ष रक्षा एवं सैन्य नेतृत्व से महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वार्ताएं करेंगे। वह ब्राजील के रक्षा मंत्री और ब्राजीलियाई सशस्त्र बलों के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ से मुलाकात करेंगे। इसके अतिरिक्त, ब्राजीलियाई नौसेना के कमांडर एडमिरल मार्कोस के साथ भी वार्ता बैठकें होंगी। इन उच्चस्तरीय संवादों के माध्यम से, दोनों देशों के बीच समुद्री सहयोग की समीक्षा की जाएगी। दोनों देश संचालन स्तर पर तालमेल को और मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं।
ब्राजील में होने जा रही इस वार्ता में भविष्य के सहयोग के नए अवसरों की पहचान की जाएगी। ब्राजील यात्रा के दौरान, नौसेना प्रमुख ब्राजीलियाई नौसेना के विभिन्न ऑपरेशनल कमांड, नौसैनिक अड्डों तथा जहाज निर्माण यार्डों का भी दौरा करेंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से, दोनों नौसेनाओं के बीच व्यावहारिक सहयोग, तकनीकी समझ एवं अनुभवों के आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा। दोनों नौसेनाओं की वार्ताओं में साझा समुद्री प्राथमिकताओं, नौसैनिक अंतर-संचालन क्षमता, क्षमता निर्माण तथा बहुपक्षीय ढांचों के अंतर्गत सहयोग पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी।
इसके साथ ही, व्यापक दक्षिण–दक्षिण सहयोग के तहत समुद्री क्षेत्र में समन्वय को आगे बढ़ाने पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। नौसेना प्रमुख की यह यात्रा समुद्री सुरक्षा, पेशेवर आदान-प्रदान और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है। यह यात्रा ब्राजीलियाई नौसेना के साथ सहयोग को और घनिष्ठ करने के प्रति भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह सहयोग वैश्विक समुद्री क्षेत्रों में स्थिरता, सुरक्षा और नियम-आधारित व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण योगदान है।
ज्ञात हो कि हाल ही में भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने अमेरिका की एक महत्वपूर्ण आधिकारिक यात्रा की थी। उनकी यह यात्रा पिछले महीने हुई थी। नौसेना के अनुसार, एडमिरल त्रिपाठी की इस यात्रा का उद्देश्य भारतीय नौसेना और संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना के बीच पहले से प्रगाढ़ और सुदृढ़ समुद्री साझेदारी को और अधिक मजबूत बनाना रहा।