क्या नेपाल के मधेश में भड़की हिंसा जनकपुरधाम के सीएम ऑफिस में तोड़फोड़ का कारण है?
सारांश
Key Takeaways
- हिंसा की घटनाएँ राजनीतिक अस्थिरता का संकेत हैं।
- सरोज कुमार यादव की नियुक्ति के बाद विरोध बढ़ गया है।
- प्रदर्शनकारियों ने सीएम ऑफिस में तोड़फोड़ की।
नई दिल्ली, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। नेपाल के मधेश प्रांत में सोमवार को हिंसासीपीएन-यूएमएल के संसदीय दल के नेता सरोज कुमार यादव को मधेश प्रांत का मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके चलते जनकपुरधाम में सीएम ऑफिस में तोड़फोड़ हुई।
मधेश प्रांत में नए मुख्यमंत्री की काफी विवादास्पद नियुक्ति के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन, तोड़फोड़ और प्रांतीय दलों व नेताओं के बीच गहरे मतभेद पैदा हो गए।
प्रांतीय प्रमुख सुमित्रा सुबेदी भंडारी ने शुक्रवार की सुबह अचानक यूएमएल संसदीय दल के नेता सरोज कुमार यादव को नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। यह समारोह महोत्तरी के बर्दीबास नगर पालिका-3 स्थित होटल पनास में आयोजित हुआ, जो आधिकारिक प्रांतीय मुख्यालय से दूर है। इसके बाद ही बवाल शुरू हो गया।
जानकारी के अनुसार एलएसपी नेता जितेंद्र सोनल को अनुच्छेद 168 (2) के तहत नियुक्त किया गया था, लेकिन वह 8 नवंबर (कार्तिक 22) को विश्वास मत हासिल करने में विफल रहे। इस कारण संविधान के अनुच्छेद 168 (3) के तहत सरोज कुमार यादव की नियुक्ति की गई।
जैसे ही सरोज कुमार यादव की नियुक्ति की जानकारी सामने आई, नेपाली कांग्रेस (एनसी), जनता समाजवादी पार्टी (जेएसपी), और लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी (लोस्पा) के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ के साथ-साथ टायर जलाए और सड़कें जाम कर दीं।
गुस्साए लोगों ने नवनियुक्त मुख्यमंत्री को जनकपुर स्थित प्रांतीय मुख्यालय मधेश भवन में प्रवेश करने से रोकने का प्रयास किया। हिंसक विरोध के गवाहों ने बताया कि इस तोड़फोड़ में सीधे तौर पर विधायक भी शामिल थे। नेपाली कांग्रेस के एक प्रांतीय सांसद को मुख्यमंत्री कार्यालय में घुसते, फर्नीचर फेंकते और विरोध में नेपाल का राष्ट्रीय ध्वज उतारते देखा गया।
कई यूएमएल सांसदों ने अचानक हुई इस नियुक्ति पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि यादव के नामांकन पर पार्टी के भीतर कोई आंतरिक चर्चा नहीं हुई। इससे स्पष्ट है कि यूएमएल में आंतरिक कलह चल रहा है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक सरकारी कर्मचारी तोड़फोड़ करने वालों के समूह से आधिकारिक रिकॉर्ड फाइल बचाने की कोशिश करता है और देखते ही देखते भीड़ उस पर भी हमला कर देती है।