क्या नेपाल में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए सेना के प्रयास जारी हैं?

सारांश
Key Takeaways
- कर्फ्यू की अवधि बढ़ाई गई है।
- सेना ने शांति और सुरक्षा बनाए रखने का संकल्प लिया है।
- आंदोलनों में कई लोग घायल हुए हैं।
- अराजक तत्वों से बचने के लिए नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए।
- सेना और पुलिस से संपर्क करें यदि आपात स्थिति हो।
काठमांडू, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नेपाली सेना ने देश में चल रही अशांति को नियंत्रित करने के लिए कर्फ्यू की अवधि बढ़ाने का निर्णय लिया है।
सेना ने एक बयान में कहा कि वह देश में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस कठिन परिस्थिति में नागरिकों के सहयोग के लिए सेना ने उन्हें धन्यवाद दिया है।
साथ ही, हाल के आंदोलनों के दौरान हुई जानमाल की हानि पर गहरा दुख व्यक्त किया गया।
सेना द्वारा जारी बयान के अनुसार, विभिन्न अराजक तत्व और समूह अभी भी घुसपैठ कर रहे हैं और आंदोलनों का फायदा उठाकर तोड़फोड़, आगजनी, लूटपाट, हिंसक हमले और महिलाओं पर अत्याचार जैसी गतिविधियों में लिप्त हैं।
इन घटनाओं को रोकने के लिए सेना ने सभी नागरिकों से सहयोग की अपील की है। शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वर्तमान कर्फ्यू को 10 सितंबर की शाम 5 बजे तक पूरे देश में लागू रखा जाएगा। इसके बाद, कर्फ्यू अगली सुबह 6 बजे तक जारी रहेगा। आगे की स्थिति का आकलन करने के बाद नई जानकारी जारी की जाएगी।
नेपाल में पिछले कुछ दिनों से जेन-जी के नेतृत्व में प्रदर्शन हो रहे हैं, जो सरकार के भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ हैं। इन प्रदर्शनों में अब तक कई लोगों की जान गई है और सैकड़ों घायल हुए हैं। हिंसा के कारण काठमांडू का त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी बंद करना पड़ा, जिससे उड़ानें प्रभावित हुई हैं।
सेना ने कहा कि वह स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर स्थिति पर नजर रख रही है और कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
सेना ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और शांति बनाए रखने में सहयोग करें। वहीं, आपात स्थिति में लोगों को सेना और पुलिस से संपर्क करने की सलाह दी गई है।