क्या बेइदो उपग्रह नेविगेशन प्रणाली नेपाल की पर्यटन सुरक्षा में मदद करेगी?

सारांश
Key Takeaways
- नेपाल व्यापक पर्यटन सुरक्षा परियोजना का शुभारंभ।
- बेइदो उपग्रह नेविगेशन प्रणाली का योगदान।
- आपातकालीन सेवाओं का समावेश।
- चीन-नेपाल सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण।
- परियोजना का वैश्विक पर्यटन सुरक्षा में महत्व।
बीजिंग, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। चीन और नेपाल ने काठमांडू घाटी के ललितपुर में नेपाल व्यापक पर्यटन सुरक्षा परियोजना का उद्घाटन किया। चीन की बेइदो उपग्रह नेविगेशन प्रणाली नेपाल के पर्यटन क्षेत्र को सुरक्षित और स्थिर विकास में सहयोग देगी।
नेपाल व्यापक पर्यटन सुरक्षा परियोजना में यात्रा बीमा, आपातकालीन बचाव, आपातकालीन चिकित्सा, उपग्रह संचार सेवाएँ, उपग्रह संचार उपकरण और एक समग्र पर्यटन सुरक्षा मंच जैसी सुविधाएँ शामिल हैं।
बेइदो की पोजिशनिंग तकनीक और उसकी अद्वितीय लघु संदेश संचार क्षमताएँ आपातकालीन बचाव कार्यों को सशक्त बनाएँगी। यह बताया गया है कि यह पहली वाणिज्यिक क्लोज्ड-लूप परियोजना है, जिसके तहत बेइदो के लघु संदेश विदेशों में भेजे गए हैं।
इस परियोजना के साझेदार, नॉर्दर्न इक्विपमेंट कंपनी लिमिटेड के उप महाप्रबंधक वांग छ्यांग ने उद्घाटन समारोह में कहा कि यह परियोजना वैश्विक उपग्रह स्थिति निर्धारण तकनीक, लघु संदेश संचार तकनीक और नेपाल की पर्यटन सुरक्षा की वास्तविक आवश्यकताओं को गहराई से एकीकृत करेगी। इससे नेपाल के पर्यटन उद्योग के उच्च गुणवत्ता वाले विकास को बल मिलेगा और वैश्विक पर्यटन सुरक्षा के लिए एक अभिनव मॉडल भी प्रस्तुत होगा।
नेपाल में चीनी राजदूत चन सोंग ने अपने भाषण में कहा कि नेपाल व्यापक पर्यटन सुरक्षा परियोजना न केवल चीन और नेपाल के बीच वैज्ञानिक एवं तकनीकी सहयोग का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है, बल्कि यह दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर विकास सहमति पर आधारित व्यावहारिक सहयोग का एक मॉडल भी है।
"प्रौद्योगिकी साझाकरण, मानक निर्माण और क्षमता संवर्धन" के सहयोग मॉडल के माध्यम से, चीन और नेपाल ने संयुक्त रूप से नेपाल के पर्यटन उद्योग में उन्नत प्रबंधन अवधारणाएँ और वैज्ञानिक एवं तकनीकी साधनों को पेश किया है, जिससे नेपाल के पर्यटन उद्योग का दीर्घकालिक, स्वस्थ, स्थिर और सुरक्षित विकास सुनिश्चित होगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)