क्या न्यूयॉर्क की महिला पर भारतीयों को कनाडा-अमेरिका सीमा पार कराकर स्मगलिंग करने का आरोप सही है?
सारांश
Key Takeaways
- स्टेसी टेलर पर अवैध स्मगलिंग का आरोप
- गिरोह मुख्यतः भारतीय नागरिकों को निशाना बना रहा है
- अमेरिका-कनाडा सीमा पर अवैध घुसपैठ की घटनाएं बढ़ रही हैं
- अधिकारियों ने पकड़े गए व्यक्तियों की जांच की
- कानूनी कार्रवाई जारी है
वाशिंगटन, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के न्यूयॉर्क राज्य के उत्तरी भाग की 42 वर्षीया महिला, स्टेसी टेलर, पर आरोप है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों को अवैध रूप से अमेरिका में घुसाने वाले गिरोह की सदस्य हैं। यह गिरोह मुख्यतः भारत के नागरिकों को इस वर्ष कई बार गैर-कानूनी तरीके से यूएस-कनाडा सीमा पार कराने का काम कर रहा था।
स्टेसी टेलर को सोमवार को अदालत में पेश किया गया। इससे पहले 2 अक्टूबर को अल्बानी की एक संघीय जूरी ने उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। उन पर साजिश के तहत अवैध रूप से लोगों को सीमा पार कराने का एक आरोप और लाभ कमाने के उद्देश्य से लोगों की तस्करी करने के चार आरोप लगे हैं। इनमें से तीन आरोप पहले से दर्ज अपराध माने गए हैं। यदि उन्हें दोषी पाया जाता है, तो हर स्मगलिंग के लिए उन्हें कम से कम पांच साल की जेल हो सकती है, और बार-बार अपराध करने पर अतिरिक्त सजा भी हो सकती है।
अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, 20 जनवरी को सीमा सुरक्षा अधिकारियों ने न्यूयॉर्क के चुरूबस्को क्षेत्र के पास भोर में उनकी कार रोकी। कार में चार विदेशी नागरिक मिले, जिनमें तीन भारतीय और एक कनाडाई था। जांच में पता चला कि ये लोग बिना जांच-पड़ताल कराए अवैध रूप से यूएस-कनाडा बॉर्डर पार करके आए थे।
टेलर के मोबाइल फ़ोन की जांच में कई टेक्स्ट मैसेज मिले, जो दर्शाते हैं कि वह इससे पहले भी ऐसे अवैध कार्यों में शामिल रही थीं। अधिकारियों का कहना है कि जनवरी में पकड़े जाने के बाद भी अगस्त 2025 में वह एक और संदिग्ध तस्करी मामले में रोकी गईं और सितंबर 2025 में भी उनका नाम इसी प्रकार की गतिविधियों में सामने आया।
इन आरोपों की घोषणा जस्टिस डिपार्टमेंट के क्रिमिनल डिवीजन के एक्टिंग असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल मैथ्यू आर. गैलेओटी और न्यूयॉर्क के नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट के यूएस अटॉर्नी जॉन ए. सरकोन III ने की।
पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका-कनाडा की उत्तरी सीमा पर अवैध रूप से घुसने की घटनाएं बढ़ी हैं, खासकर भारत से आने वाले प्रवासियों से संबंधित मामलों में। तस्करी करने वाले गिरोह अब दूर-दराज़ और बर्फीले इलाकों का प्रयोग कर लोगों को अमेरिका में प्रवेश कराने की कोशिश कर रहे हैं। 2022 से इस सीमा पर अवैध प्रवेश लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण गश्त और दोनों देशों के बीच सहयोग और सख्त कर दिया गया है।