क्या न्यूयॉर्क में “एक विश्व के रूप में एकजुट, शांति की आवाज़ें” फ़िल्म संगीत कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ?

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क्या न्यूयॉर्क में “एक विश्व के रूप में एकजुट, शांति की आवाज़ें” फ़िल्म संगीत कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ?

सारांश

न्यूयॉर्क में आयोजित 'एक विश्व के रूप में एकजुट, शांति की आवाज़ें' फ़िल्म संगीत कार्यक्रम ने संगीत के माध्यम से शांति और एकता का एक अनोखा संदेश दिया। इसमें शामिल लोगों ने संगीत को एकजुटता और संवाद का माध्यम मानते हुए इसे एक प्रेरणादायक आयोजन बताया। यह कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ को भी समर्पित था।

Key Takeaways

  • संगीत एकजुटता और संवाद का माध्यम है।
  • संस्कृति सीमाओं को नहीं मानती।
  • इतिहास से सीखना और न्याय की भावना बनाए रखना आवश्यक है।
  • गणमान्य व्यक्तियों का योगदान कार्यक्रम की मान्यता को बढ़ाता है।
  • वर्तमान अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों में शांति का संदेश महत्वपूर्ण है।

बीजिंग, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। स्थानीय समयानुसार २३ सितंबर की शाम को चीन मीडिया ग्रुप (सीएमजी) द्वारा आयोजित “एक विश्व के रूप में एकजुट, शांति की आवाज़ें” फ़िल्म संगीत कार्यक्रम अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित लिंकन सेंटर फ़ॉर द परफ़ॉर्मिंग आर्ट्स में धूमधाम से आयोजित किया गया।

इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक संचार उप-महासचिव मेलिसा फ़्लेमिंग ने वीडियो संदेश भेजकर कार्यक्रम की सफलता की शुभकामनाएं दीं। वहीं, सीएमजी के निदेशक शन हाईश्योंग और अमेरिका में चीन के राजदूत श्ये फ़ंग ने भी वीडियो संबोधन प्रस्तुत किया। अमेरिका-चीन संबंधों पर राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष स्टीफ़न ऑर्लिंस सहित संयुक्त राष्ट्र प्रणाली, अमेरिकी कला समुदाय और मीडिया से जुड़े लगभग ७०० गणमान्य अतिथि इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

मेलिसा फ़्लेमिंग ने अपने संदेश में कहा कि संगीत आत्मा को शांति देने और भाषा व संस्कृति की दीवारों को तोड़कर लोगों को जोड़ने की क्षमता रखता है। यह एक सामंजस्यपूर्ण और सुंदर भविष्य बनाने का सशक्त माध्यम है।

अपने संबोधन में शन हाईश्योंग ने कहा कि संगीत और सिनेमा मानवता की सार्वभौमिक भाषा हैं। राष्ट्रपति शी चिनफ़िंग ने भी बल दिया है कि “मानवता एक ही ग्रह पर रहती है और उसे एकजुटता और सद्भाव से मिलकर कार्य करना चाहिए।” उन्होंने बताया कि सीएमजी, एक ज़िम्मेदार और विश्वस्तरीय नए मुख्यधारा के मीडिया के रूप में, संयुक्त राष्ट्र की कहानियों को विश्व तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रयासरत है। उनका “संयुक्त राष्ट्र में प्रवेश” कार्यक्रम अब नियमित रूप से संयुक्त राष्ट्र टेलीविज़न पर प्रसारित होता है और यह राष्ट्रपति शी चिनफ़िंग की चार प्रमुख वैश्विक पहलों का ठोस क्रियान्वयन है।

शन ने भी कहा कि संगीत के माध्यम से हम शांति का संदेश देते हैं, संवाद से सभ्यताओं के बीच आपसी सीख को बढ़ावा देते हैं और बहुपक्षवाद की दिशा में योगदान करते हैं। संस्कृति सीमाओं को नहीं मानती और भावनाएं समय व स्थान से परे होती हैं।

वहीं, चीनी राजदूत श्ये फ़ंग ने कहा कि संगीत आत्मा की भाषा है। फ़िल्म और संगीत के माध्यम से ८० वर्ष पहले के युद्ध के कठिन और पीड़ादायक इतिहास को याद करना हमें अतीत से सीख लेने, वर्तमान की ज़िम्मेदारियों को समझने और भविष्य की दिशा तय करने में मदद करता है। हमें इतिहास को हमेशा याद रखना चाहिए और न्याय की भावना को बनाए रखना चाहिए।

स्टीफ़न ऑर्लिंस ने कहा कि यह फ़िल्म कॉन्सर्ट संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की ८०वीं वर्षगांठ मनाने के सबसे प्रेरणादायक तरीक़ों में से एक है। मौजूदा जटिल अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के बीच, उन्हें उम्मीद है कि यह आयोजन सभ्यताओं के बीच एक मज़बूत सेतु का निर्माण करेगा और शांति को बढ़ावा देगा।

अब तक अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, स्पेन, जापान, दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात, भारत और मलेशिया सहित ५८ देशों और क्षेत्रों के १,३१७ मुख्यधारा के मीडिया संस्थानों ने इस कार्यक्रम को कवर किया है।

(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण पहल है जो वैश्विक एकता और शांति की दिशा में एक ठोस कदम उठाता है। संगीत न केवल एक कला है, बल्कि यह मानवता को जोड़ने का एक सशक्त माध्यम भी है। ऐसे आयोजनों की आवश्यकता हमेशा बनी रहती है, खासकर जब विश्व के समक्ष जटिल चुनौतियाँ हैं।
NationPress
25/09/2025

Frequently Asked Questions

इस फ़िल्म संगीत कार्यक्रम का उद्देश्य क्या था?
यह कार्यक्रम शांति और एकता का संदेश फैलाने के लिए आयोजित किया गया था।
कौन-कौन से गणमान्य अतिथि इस कार्यक्रम में शामिल हुए?
लगभग 700 गणमान्य अतिथि, जिनमें संयुक्त राष्ट्र और कला समुदाय के सदस्य शामिल थे, इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
क्या इस कार्यक्रम का कोई विशेष महत्व है?
यह कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किया गया था।