क्या ओमान में पीएम मोदी का भारतीय समुदाय ने भव्य स्वागत किया?
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का ओमान दौरा भारत-ओमान संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है।
- भारतीय समुदाय ने मोदी का भव्य स्वागत किया।
- दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर होंगे।
- संस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया।
- यह यात्रा 70 वर्ष के राजनयिक संबंधों के अवसर पर हो रही है।
मस्कट, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारतीय समुदाय ने भव्य स्वागत किया। घंटों से उनके आने की प्रतीक्षा कर रहे लोगों ने इस क्षण को अद्वितीय बताया। ये सभी प्रधानमंत्री के आगमन की प्रतीक्षा एक होटल परिसर में कर रहे थे।
जैसे ही प्रधानमंत्री वहां पहुंचे, उत्साहित लोगों ने "भारत माता की जय," "मोदी-मोदी," और "वंदे मातरम" के नारे लगाए। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी मनमोहक रहा। बच्चों ने कई गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया, और शास्त्रीय नृत्य की जुगलबंदी ने भी सभी का मन मोह लिया। प्रधानमंत्री ने उपस्थित लोगों से बातचीत भी की और कलाकारों का उत्साह बढ़ाया।
इससे पहले, मस्कट पहुंचने पर प्रधानमंत्री का औपचारिक स्वागत किया गया। उन्हें हवाई अड्डे पर गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। पीएम ने ओमान के रक्षा मामलों के उप प्रधानमंत्री सैयद शिहाब बिन तारिक अल सईद से भी मुलाकात की।
पहुंचने के बाद, प्रधानमंत्री ने एक्स पोस्ट पर लिखा, "मस्कट, ओमान में लैंड किया।यह भारत के साथ पक्की दोस्ती और गहरे ऐतिहासिक संबंधों वाली जगह है। यह दौरा सहयोग के नए रास्ते खोजने और हमारी पार्टनरशिप को नई गति देने का अवसर देता है।"
पीएम मोदी गुरुवार को ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस दौरान, दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
भारत और ओमान के बीच कल यानी 18 दिसंबर को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) पर हस्ताक्षर होंगे। इस समझौते को दोनों देशों के आर्थिक और व्यापारिक संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
भारत और ओमान के बीच इस समझौते पर बातचीत नवंबर 2023 में शुरू हुई थी, तब ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक भारत आए थे। अब इसे औपचारिक रूप देने के लिए समझौते पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सुल्तान हैथम बिन तारिक की उपस्थिति में मुहर लगेगी। इससे दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों को नई मजबूती मिलने की उम्मीद है।
एमईए के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी दोनों देशों के व्यापारिक नेताओं को एक व्यापार फोरम में संबोधित करेंगे, जिसका उद्देश्य कमर्शियल और इन्वेस्टमेंट पार्टनरशिप को मजबूत करना है।
पीएम मोदी का यह दौरा भारत और ओमान के बीच राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हो रहा है। यहां प्रधानमंत्री दूसरी बार पहुंचे हैं।