क्या पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में बाढ़ का खतरा जारी है भारी बारिश के बीच?

सारांश
Key Takeaways
- भारी बारिश के चलते बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
- एनडीएमए ने सतर्कता बरतने की अपील की है।
- 299 लोगों की मृत्यु और 715 लोग घायल हुए हैं।
- बाढ़ से 1,676 घर टूटे हैं।
- स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है।
इस्लामाबाद, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान में लगातार हो रही भारी बारिश के परिणामस्वरूप, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के राष्ट्रीय आपातकालीन संचालन केंद्र ने देश के कई हिस्सों के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की है। यह जानकारी स्थानीय मीडिया ने बुधवार को साझा की।
यह चेतावनी उस समय दी गई है, जब 5 से 8 अगस्त के बीच तेज मानसूनी सिस्टम के पाकिस्तान के उत्तरी और मध्य क्षेत्रों को प्रभावित करने की आशंका है।
इसके अलावा, इस दौरान उत्तरी पाकिस्तान में मानसूनी हवाओं और पश्चिमी सिस्टम के मिलन से भारी बारिश की संभावनाएँ हैं।
सिंधु, चिनाब और रावी जैसी प्रमुख नदियों में पानी का स्तर बढ़ने की आशंका है। रावी और चिनाब की सहायक नदियों में मध्यम स्तर की बाढ़ आ सकती है।
वहीं, तरबेला, गुड्डू और सुक्कुर बैराज इस समय कम बाढ़ स्तर पर हैं, लेकिन लगातार बारिश के कारण चश्मा और ताउनसा में भी जल स्तर बढ़ सकता है और वहां भी कम बाढ़ आने की संभावना है।
पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, नौशेरा में काबुल नदी, स्वात नदी, पंजकोरा और उनकी धाराओं में लगातार बारिश के कारण पानी का स्तर बढ़ सकता है।
इस बीच, रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान के हुंजा, शिगर और घांचे जिलों में पानी के तेज बहाव के कारण सहायक नदियों में बाढ़ आने की संभावना है।
इसके अलावा, मौजूदा भंडारण स्तर से पता चलता है कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का तरबेला जलाशय 94 प्रतिशत भर चुका है। भारी बारिश होने पर इसका जल स्तर और बढ़ सकता है।
एनडीएमए ने नदियों और नालों के किनारे रहने वाले लोगों से सतर्क रहने की अपील की है, क्योंकि बारिश के कारण जल स्तर बढ़ सकता है, विशेष रूप से रात के समय और तेज बारिश के दौरान।
एनडीएमए से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, 26 जून से अब तक हुई भारी मानसूनी बारिश के कारण 140 बच्चों समेत कम से कम 299 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 715 लोग घायल हुए हैं।
इसके अलावा, स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बारिश से होने वाली घटनाओं में 715 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 239 बच्चे, 204 महिलाएं और 272 पुरुष शामिल हैं।
इस बीच, अचानक आई बाढ़ और भारी बारिश के कारण कुल 1,676 घर टूट-फूट गए और 428 पशु मारे गए। इस बाढ़ ने कई क्षेत्रों में बड़ा नुकसान पहुंचाया है और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है।