क्या पीएम मोदी की ओमान यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में मजबूती आएगी और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा?
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी की ओमान यात्रा से संबंधों में मजबूती आएगी।
- व्यापार के नए क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं बढ़ेंगी।
- ओमान की ऊर्जा लागत और भारत की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता एक दूसरे के लिए फायदेमंद हैं।
- सामाजिक और सांस्कृतिक बंधनों में भी सुधार होगा।
- दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक साझेदारी की संभावनाएं बढ़ेंगी।
मस्कट, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ओमान दौरा दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगा। इसके साथ ही एनर्जी, मैन्युफैक्चरिंग, हेल्थकेयर, पर्यटन और लॉजिस्टिक्स क्षेत्रों में व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। यह जानकारी भारतीय व्यापारियों ने बुधवार को साझा की।
मस्कट में राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए, भारतीय उद्योग से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों ने कहा कि प्रधानमंत्री की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देश मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के माध्यम से अपनी साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में कार्यरत हैं।
यूनो मिंडा लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन निर्मल के. मिंडा ने कहा कि इस दौरे से कई क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते खुल सकते हैं।
मिंडा ने कहा, “ओमान की कम ऊर्जा लागत और भारत का मजबूत मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम एक दूसरे के पूरक हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत में मैन्युफैक्चरिंग से स्किल्ड मैनपावर तक पहुंच मिलती है, जो ओमान में एक चुनौती है, जबकि ओमान यूएई सहित क्षेत्र को जोड़ने वाले एक लॉजिस्टिक्स और व्यापारिक केंद्र के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज लिमिटेड की संयुक्त प्रबंध निदेशक संगीता रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा से भारत और ओमान के बीच पहले से ही मजबूत संबंध और भी सुदृढ़ होंगे।
रेड्डी ने कहा, “भारतीय दशकों से ओमान के विकास में योगदान दे रहे हैं और इस देश की अर्थव्यवस्था और समाज में योगदान के लिए उन्हें बहुत सम्मान से देखा जाता है।”
उनके अनुसार, व्यापार समझौतों के माध्यम से वाणिज्यिक संबंधों के विस्तार के साथ-साथ दोनों देशों के बीच सामाजिक और सांस्कृतिक बंधन और भी मजबूत होंगे।
अलिज फूड्स एलएलसी के चेयरमैन सालेह मोहम्मद अलशनफारी ने कहा कि भारत और ओमान के बीच संबंध व्यापार से कहीं अधिक व्यापक हैं।
उन्होंने कहा, “समुद्री संपर्क, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सामाजिक संबंध सदियों से दोनों देशों को एक दूसरे से बांधे हुए हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी अपने 15-18 दिसंबर तक के दौरे के अंतिम चरण में महामहिम सुल्तान हैथम बिन तारिक के निमंत्रण पर 17 से 18 दिसंबर तक दूसरी बार ओमान का दौरा करेंगे। भारत और ओमान के बीच दीर्घकालिक और बहुआयामी रणनीतिक साझेदारी है, जो मजबूत व्यापारिक संबंधों, ऊर्जा सहयोग और सांस्कृतिक जुड़ावों द्वारा समर्थित है।