क्या प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात कर भारत आने का आमंत्रण दिया?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री ने किंग चार्ल्स से स्वास्थ्य और योग पर चर्चा की।
- भारत-यूके के बीच आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए समझौते पर चर्चा हुई।
- प्रधानमंत्री ने किंग चार्ल्स को भारत आने का निमंत्रण दिया।
- पर्यावरण संरक्षण के लिए हरित पहल का समर्थन किया गया।
- दोनों देशों ने जलवायु परिवर्तन पर सहयोग करने का संकल्प लिया।
लंदन, 25 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान गुरुवार को किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात की। पीएम मोदी ने चार्ल्स तृतीय के ग्रीष्मकालीन निवास, सैंड्रिंघम एस्टेट में उनसे भेंट की।
प्रधानमंत्री मोदी ने किंग चार्ल्स तृतीय से भेंट के दौरान उनके स्वास्थ्य में सुधार और शाही कर्तव्यों को पुनः संभालने पर खुशी व्यक्त की। दोनों के बीच आयुर्वेद और योग सहित स्वास्थ्य एवं सतत जीवन से संबंधित मुद्दों और इनसे संबंधित लाभों को विश्वभर में पहुँचाने के तरीकों पर चर्चा हुई।
पीएम मोदी और चार्ल्स तृतीय ने कहा कि भारत-यूके के बीच व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर से दोनों देशों के बीच साझेदारी को नई गति मिलेगी। प्रधानमंत्री ने महामहिम को सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा में भारत की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन और स्थिरता के संबंध में अपने साझा दृष्टिकोण को बढ़ाने और सहयोग करने के तरीकों पर भी चर्चा की।
दोनों ने उन तरीकों पर भी चर्चा की, जिनसे ब्रिटेन और भारत राष्ट्रमंडल में मिलकर कार्य कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, पीएम मोदी ने किंग चार्ल्स को हरित अभियान, 'एक पेड़ मां के नाम' में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया और एक पौधा सौंपा, जिसे आगामी शरद ऋतु के रोपण सत्र में सैंड्रिंघम एस्टेट में लगाया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने किंग चार्ल्स को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया और उन्हें भारत की राजकीय यात्रा पर आने का निमंत्रण दिया।
ब्रिटेन के राज परिवार ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से इस मुलाकात की जानकारी दी। द रॉयल फैमिली ने एक्स हैंडल पर लिखा, "आज दोपहर, राजा चार्ल्स तृतीय ने सैंड्रिंघम हाउस में भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। मुलाकात के दौरान, महामहिम को इस शरद ऋतु में लगाए जाने वाले एक पेड़ का उपहार दिया गया, जो प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई पर्यावरण पहल, 'एक पेड़ मां के नाम' से प्रेरित है, जो लोगों को अपनी माताओं के सम्मान में एक पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करती है।"