क्या शी चिनफिंग ने सेनेगल के प्रधानमंत्री ओसमान सोन्को से मुलाकात की?

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क्या शी चिनफिंग ने सेनेगल के प्रधानमंत्री ओसमान सोन्को से मुलाकात की?

सारांश

चीन और सेनेगल के बीच उच्च स्तरीय वार्तालाप ने दोनों देशों के विकास के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोला है। शी चिनफिंग और ओसमान सोन्को की मुलाकात न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगी, बल्कि वैश्विक दक्षिण के देशों के साथ सहयोग को भी बढ़ावा देगी। जानें इस महत्वपूर्ण बैठक की खास बातें!

Key Takeaways

  • चीन और सेनेगल के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंध हैं।
  • सांस्कृतिक आदान-प्रदान वर्ष 2026 में आयोजित होगा।
  • वैश्विक दक्षिण के देशों के साथ सहयोग पर जोर।
  • राजनीतिक विश्वास को मजबूत करने की आवश्यकता।
  • चीन और सेनेगल के बीच सहयोग का भविष्य उज्ज्वल है।

बीजिंग, 27 जून (राष्ट्र प्रेस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पेइचिंग में ग्रीष्मकालीन दावोस मंच में भाग लेने के लिए आए सेनेगल के प्रधानमंत्री ओसमान सोन्को के साथ मुलाकात की।

इस अवसर पर, शी चिनफिंग ने बताया कि पिछले साल सितंबर में उन्होंने सेनेगल के राष्ट्रपति बासिरू दिओमाये फेय के साथ चीन-अफ्रीका सहयोग मंच के पेइचिंग शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की। इस सम्मेलन ने चीन और अफ्रीका के संबंधों को एक नए युग में प्रवेश कराया है, जिसमें सभी मौसम के अनुरूप साझे भविष्य वाले समुदाय का निर्माण किया जाएगा। चीन और सेनेगल एक-दूसरे के साथ विकास और पुनरुत्थान में सहयोगी और अच्छे भाई हैं। चीन सेनेगल के साथ एकता और सहयोग को मजबूत करने का इरादा रखता है ताकि दोनों देशों को लाभ हो सके और चीन-अफ्रीका मित्रता को भी एक नई दिशा मिले।

शी चिनफिंग ने आगे कहा कि चीन और सेनेगल को स्वतंत्र विकास पथ को बढ़ाने में एक-दूसरे का दृढ़ समर्थन करना चाहिए। पार्टियों के बीच और शासन के अनुभव में आदान-प्रदान बढ़ाना आवश्यक है, ताकि आपसी राजनीतिक विश्वास को मजबूत किया जा सके। चीन सेनेगल के साथ अपनी सहयोग को और अधिक निकटता से बढ़ाना चाहता है। दोनों देशों की संस्कृतियों की अपनी विशेषता है। हमें वर्ष 2026 में होने वाले चीन-अफ्रीका सांस्कृतिक आदान-प्रदान वर्ष का लाभ उठाकर लोगों के बीच आवाजाही और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए। साथ ही, दोनों पक्षों को यूएन से केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की दृढ़ रक्षा करनी होगी, ताकि विश्व शांति, समृद्धि और विकास को बढ़ावा मिल सके।

वहीं, सोन्को ने कहा कि चीन सेनेगल का विश्वसनीय साझेदार है। सेनेगल और चीन हमेशा आपसी सम्मान और सहायता के सिद्धांत के तहत काम करते हैं। द्विपक्षीय संबंध मजबूत हैं और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ता रहता है। सेनेगल एक चीन की नीति का पालन करता है और चीन के साथ चतुर्मुखी रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाना चाहता है। सेनेगल और चीन वैश्विक दक्षिण के सदस्य हैं और सेनेगल अंतर्राष्ट्रीय मामलों में चीन के साथ घनिष्ठ सहयोग करने की इच्छा रखता है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

बल्कि यह वैश्विक दक्षिण के देशों के बीच सहयोग को भी बढ़ावा देगी। एक राष्ट्रीय संपादक के रूप में, हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि कैसे ये संबंध हमारे देश के लिए लाभकारी हो सकते हैं।
NationPress
09/09/2025

Frequently Asked Questions

शी चिनफिंग और ओसमान सोन्को के बीच किस विषय पर चर्चा हुई?
चर्चा में चीन और सेनेगल के बीच सहयोग, विकास और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर जोर दिया गया।
क्या इस मुलाकात का वैश्विक राजनीति पर असर पड़ेगा?
हाँ, यह मुलाकात वैश्विक दक्षिण के देशों के बीच सहयोग को मजबूत कर सकती है।
सेनेगल की चीन के प्रति क्या नीति है?
सेनेगल एक चीन की नीति का पालन करता है और चीन के साथ रणनीतिक साझेदारी बढ़ाना चाहता है।