क्या दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति और उनकी पत्नी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है?

सारांश
Key Takeaways
- दक्षिण कोरिया में चुनाव में हस्तक्षेप के आरोप गंभीर हैं।
- पूर्व राष्ट्रपति और उनकी पत्नी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
- अदालत ने गिरफ्तारी को उचित ठहराया है।
- यह घटना राजनीतिक स्थितियों को प्रभावित कर सकती है।
- आरोपों की गंभीरता के चलते जनता को न्याय की आवश्यकता है।
सियोल, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण कोरिया के विशेष जांच दल ने चुनाव में हस्तक्षेप और अन्य अनियमितताओं के आरोपों के तहत पूर्व राष्ट्रपति यून सुक योल और उनकी पत्नी (पूर्व प्रथम महिला) किम कीम ही को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है।
विशेष वकील मिन जूंग-की की टीम ने सियोल डिटेंशन सेंटर में बंद योन को 29 जुलाई सुबह 10 बजे बतौर आरोपी पेश होने का नोटिस भेजा है। यह जानकारी सहायक विशेष वकील मून होंग-जू ने सोमवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में दी।
इसी प्रकार, किम को भी 6 अगस्त सुबह 10 बजे उनके निवास स्थान पर पेश होने के लिए समन भेजा गया है। अधिकारियों के अनुसार, किम पर दो अलग-अलग स्टॉक प्राइस मैनिपुलेशन (शेयर बाजार में हेरफेर) मामलों में संलिप्तता, एक तांत्रिक से महंगे उपहार लेने और चुनावी नामांकन में हस्तक्षेप करने के आरोप हैं।
योन पर भी चुनावी नामांकन में हस्तक्षेप का आरोप है। इससे पहले, 19 जुलाई को योन को मार्शल लॉ को सीमित समय के लिए लागू करने को लेकर सत्ता का दुरुपयोग करने के आरोप में आरोपित किया गया था। यह उनकी गिरफ्तारी के साथ तीसरी बार आरोपित किया जाना था। इससे पहले जनवरी और मार्च में भी उन्हें मार्शल लॉ और अन्य दुरुपयोग मामलों में आरोपित किया गया था।
विशेष वकील चो यूं-सुक के नेतृत्व वाली टीम के अनुसार, योन पर कैबिनेट सदस्यों के अधिकारों का उल्लंघन करने, मार्शल लॉ की घोषणा को पीछे की तारीख से तैयार करने और एन्क्रिप्टेड फोन से रिकॉर्ड हटवाने जैसे आरोप हैं।
शुक्रवार को, सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने योन की गिरफ्तारी के खिलाफ दायर याचिका खारिज कर दी, जिससे वह हिरासत में ही बने रहेंगे। अदालत ने सुनवाई के बाद पाया कि उनकी गिरफ्तारी कानूनन उचित है।