दक्षिण कोरिया: भारी बारिश से भूस्खलन, क्या बढ़ सकती हैं मौतों की संख्या?

सारांश
Key Takeaways
- दक्षिण कोरिया में मूसलाधार बारिश ने कई लोगों की जान ली है।
- 7,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
- भूस्खलन के कारण नेशनल फायर एजेंसी ने रेस्क्यू अभियान शुरू किया है।
- मौसम विभाग ने और अधिक बारिश की चेतावनी दी है।
- कई क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को नुकसान हुआ है।
सोल, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस) । दक्षिण कोरिया में पिछले चार दिनों से मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है। अधिकारियों ने शनिवार को जानकारी दी कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण लगभग पांच व्यक्तियों की जान चली गई है, वहीं चार लोग अभी भी लापता हैं। 7,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। मौसम विभाग ने और अधिक बारिश की चेतावनी जारी की है।
इससे पहले, दक्षिण ग्योंगसांग प्रांत के सानचियोंग काउंटी में हुई भारी बारिश के परिणामस्वरूप एक व्यक्ति की जान गई थी। काउंटी के एक गाँव में दो घर ढह गए हैं। अधिकारी लापता हुए दो अन्य व्यक्तियों की तलाश में जुटे हुए हैं।
'योनहाप समाचार एजेंसी' की रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल फायर एजेंसी ने भूस्खलन के बाद पूरे देश में रेस्क्यू अभियान चलाने का आदेश दिया है।
बुधवार से जारी बारिश के बाद से, केंद्रीय और स्थानीय सरकारी अधिकारियों ने पांच लोगों की मृत्यु और चार लोगों के लापता होने की सूचना दी है।
दिन के अंत में सेंट्रल डिजास्टर एंड सेफ्टी काउंटरमेजर हेडक्वार्टर हताहतों की संख्या और क्षति के आकलन पर नवीनतम जानकारी प्रदान करेगा।
मौसम अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि दिन में 250 मिलीमीटर तक बारिश होने की संभावना है, जिससे और अधिक नुकसान की आशंका बढ़ गई है।
4,995 घरों के 7,029 लोगों को घर खाली करने का आदेश दिया गया है, जबकि 2,800 से अधिक लोग अब भी अपने घर नहीं लौट पाए हैं।
कई क्षेत्रों में रातभर भारी बारिश हुई, जिसके कारण सड़कें जलमग्न हो गई हैं और कुछ घरों में पानी भर गया है। कुछ स्थानों से भूस्खलन की भी खबरें आई हैं।
इंचियोन के येओंगहेउंग द्वीप पर रात 12:501:5098.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि दक्षिण जिओला प्रांत के बोसियोंग में 88 मिलीमीटर बारिश हुई।
कुछ क्षेत्रों में पिछले चार दिनों में ही वार्षिक औसत वर्षा के औसत से 40 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। सिओसान में बुधवार से शुक्रवार सुबह तक 558.6 मिलीमीटर बारिश हुई, जो कि सालाना औसत वर्षा का लगभग 45 प्रतिशत है।
अब तक सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान के 729 मामले सामने आए हैं, जिनमें 388 सड़कें जलमग्न, 133 भूस्खलन और 57 रिवर फैसिलिटी का ढहना शामिल है। वहीं, निजी संपत्ति को हुए नुकसान के 1,014 मामले सामने आए हैं, जिनमें 64 इमारतें और 59 कृषि भूमि जलमग्न हैं।