क्या स्पेन में चीन-अमेरिका वार्ता पर बीजिंग ने प्रतिक्रिया दी? टिकटॉक मुद्दे पर स्पष्ट रुख

सारांश
Key Takeaways
- स्पेन में अमेरिका और चीन के बीच उच्च स्तरीय वार्ता हो रही है।
- चीन ने अपने कंपनियों के अधिकारों की रक्षा करने का संकल्प लिया है।
- टिकटॉक मुद्दा वार्ता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- चीन ने अमेरिका से निष्पक्ष व्यापारिक माहौल की अपील की है।
- दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों का भविष्य इस बातचीत पर निर्भर करता है।
बीजिंग, १३ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी मीडिया में आई उन रिपोर्टों के जवाब में कि अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और चीन के उप प्रधानमंत्री ह लीफ़ंग के बीच स्पेन की राजधानी मैड्रिड में वार्ता हुई है, चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने १२ सितंबर को पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया।
प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि चीन और अमेरिका के बीच परामर्श के बाद, सीपीसी केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य और उप प्रधानमंत्री ह लीफ़ंग १४ से १७ सितंबर तक स्पेन में होने वाली वार्ता के लिए एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि इस वार्ता में दोनों पक्ष अमेरिका द्वारा लगाए गए एकतरफा टैरिफ उपायों, निर्यात नियंत्रणों के दुरुपयोग और टिकटॉक से जुड़े आर्थिक तथा व्यापारिक मुद्दों सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि टिकटॉक मुद्दे पर चीन का रुख हमेशा से स्पष्ट और सुसंगत रहा है। चीन अपनी कंपनियों के वैध अधिकारों और हितों की दृढ़ता से रक्षा करेगा और इस मामले की समीक्षा कानून और नियमों के अनुसार की जाएगी।
प्रवक्ता ने ज़ोर देकर कहा कि चीन सरकार डेटा गोपनीयता और सुरक्षा को अत्यधिक महत्व देती है। चीन ने कभी भी किसी उद्यम या व्यक्ति से यह नहीं कहा कि वे स्थानीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए सरकार के लिए विदेशी डेटा एकत्र करें या उपलब्ध कराएं और न ही भविष्य में ऐसा किया जाएगा।
प्रवक्ता के अनुसार, चीन ने अमेरिका से अपील की है कि वह आपसी सम्मान और समान परामर्श के आधार पर बातचीत को आगे बढ़ाए, एक-दूसरे की चिंताओं का समाधान करे और टिकटॉक जैसी चीनी कंपनियों के लिए खुला, निष्पक्ष, न्यायसंगत और गैर-भेदभावपूर्ण कारोबारी माहौल तैयार करे।
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि चीन चाहता है कि अमेरिकी पक्ष चीनी कंपनियों को अमेरिका में अपना व्यवसाय जारी रखने का अवसर प्रदान करे, ताकि दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक संबंध स्थिर, स्वस्थ और सतत विकास की दिशा में आगे बढ़ सकें।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)